संगम नगरी प्रयागराज से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया, जहां एक शख्स ने ऐसा कांड किया जिसे जानकर पुलिस भी हैरान रह गई. ये शख्स दिल्ली का रहने वाला है. वह अपनी पत्नी को महाकुंभ स्नान के लिए प्रयागराज लाया था. उसने बाकायदा पत्नी को संगम किनारे घुमाया, फोटो खिंचवाई, लेकिन फिर होटल में ले जाकर उसकी हत्या कर दी. हत्या करने के बाद मौके से फरार हो गया. घर जाकर परिजनों को बताया कि पत्नी कुंभ मेले में कहीं खो गई है. हालांकि, बेटे को पिता की थ्योरी पर विश्वास नहीं हुआ. मां को खोजते हुए बेटा प्रयागराज आ गया और पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने मोर्चरी में रखे अज्ञात शव दिखाया, जिसके बाद इस मामले का खुलासा हुआ. मां का शव देख बेटा फफक-फफक कर रोने लगा. आइए जानते हैं कैसे पकड़ा गया हत्यारोपी पिता और क्यों की थी उसने पत्नी की हत्या… 

दरअसल, हत्यारोपी पति का नाम अशोक वाल्मीकि है. अशोक दिल्ली में सफाईकर्मी है. बीते दिनों वह पत्नी मीनाक्षी को महाकुंभ में स्नान के लिए प्रयागराज लाया था. यहां उसने मीनाक्षी को संगम किनारे घुमाया, स्नान कराया, फोटो/वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किए ताकि किसी को शक ना हो. फिर शाम को झूंसी इलाके में 500 रुपये का एक लॉज बुक किया. यहां रात में बाथरूम में मीनाक्षी की धारदार हथियार से हत्या कर लॉज से गायब हो गया. चूंकि, लॉज बुक करते समय कोई आईडी प्रूफ नहीं लिया गया था इसलिए मृतका की पहचान नहीं हो पाई. 

वहीं, पुलिस शिद्दत से इस केस के खुलासे में जुटी हुई थी. शव को मोर्चरी में रखवा दिया गया. साथ ही मृतका की पहचान के लिए उसके फोटो को सोशल मीडिया/मीडिया आदि जगह सर्कुलेट किया गया. लेकिन कोई पता नहीं चल रहा था. हालांकि, सीसीटीवी से कुछ सुराग हाथ लगे थे. इस बीच 21 फरवरी को अश्विनी नाम का एक युवक प्रयागराज की झूंसी पुलिस के पास पहुंचा उसने अपनी मां मीनाक्षी की फोटो दिखाते हुए कहा कि वह भीड़ में खो गई थीं, जो अभी तक नहीं मिली हैं, कृपया मदद की जाए. 

फोटो देखकर पुलिस को कुछ शक हुआ. एक टीम अश्विनी को मोर्चरी में लेकर गई. मोर्चरी में रखे शव की पहचान दिल्ली निवासी मीनाक्षी के रूप में हुई, जो पति अशोक के साथ कुंभ स्नान के लिए आई थी. लेकिन अशोक ने उसकी हत्या कर घरवालों को गुम होने की फर्जी कहानी गढ़ दी. ऐसे में पुलिस ने अश्विनी के माध्यम से अशोक को प्रयाग बुलाया, फिर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ में अशोक ने हत्या की पूरी कहानी बयां कर दी.

संगम किनारे टहलता अशोक

आरोपी अशोक वाल्मीकि ने  बताया कि उसका एक महिला से अफेयर चल रहा है. पत्नी इसका हमेशा विरोध करती थी, जिससे अक्सर झगड़ा होता था, इसलिए पत्नी की हत्या की साजिश रची. उसे कुंभ चलने के लिए राजी किया. संगम स्नान से पहले अपने मोबाइल से उसका वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया ताकि सबको पता चले कि हम कुंभ स्नान करने आए हैं. फिर होटल ले जाकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद महाकुंभ की भीड़ में पत्नी के खोने की खबर फैला दी.

काफी समय तक ये ब्लाइंड मर्डर ही था, लेकिन 21 फरवरी को मृतक महिला का बेटा अश्विनी उसकी खोज करते हुए प्रयागराज पहुंचा और झूंसी थाने के प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह को अपनी मां की तस्वीर दिखाई. अश्विनी ने बताया कि उसकी मां मीनाक्षी इस कुंभ मेले में खो गई हैं. वह पिता के साथ महाकुंभ स्नान करने दिल्ली से आई थीं. पुलिस ने उसकी दिखाई तस्वीर और मृत महिला की तस्वीर का मिलान कराया. फिर बेटे को मोर्चरी ले जाकर उसे मीनाक्षी का शव दिखाया. मां की लाश देखकर बेटा फूट-फूट कर रोने लगा. 

इसके बाद पुलिस ने अपनी रणनीति तैयार की और बेटे के जरिए उसके पिता को बुलाया. ‘हत्यारा’ पति अपने बेटे के बुलाने पर बहराना इलाके पहुंचा, जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने पूछताछ में उससे सारे राज उगलवा लिए. दरअसल, अशोक ने ऐसी लॉज को खोजा था जहां पर उसकी कोई आईडी ना मांग सके और आसानी से वह कत्ल करके फरार हो जाए. लेकिन डीपी नगर अभिषेक भारती और उनकी टीम ने इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है. 

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