
डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)
अमेरिका ने आतंकवाद और सशस्त्र संघर्ष की आशंका के कारण भारत-पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा के आसपास के क्षेत्रों तथा बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों की यात्रा न करने की चेतावनी देते हुए एक एडवाइजरी जारी किया है.
अमेरिकी विदेश विभाग ने एडवाइजरी में कहा कि इन क्षेत्रों में आतंकी गतिविधियां और सशस्त्र संघर्ष हो सकते हैं, इसलिए लोगों को पाकिस्तान की यात्रा पर एक बार फिर करना चाहिए. एडवाइजरी में अमेरिकियों से आतंकवाद के कारण बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा की यात्रा न करने को भी कहा गया है.
सैन्य और पुलिस ठिकानों पर अंधाधुंध हमले
इस एडवाइजरी में यह भी कहा कि आतंकवाद और चरमपंथी तत्वों द्वारा जारी हिंसा के कारण नागरिकों के साथ-साथ स्थानीय सैन्य और पुलिस ठिकानों पर अंधाधुंध हमले हुए हैं. आतंकवादी बिना किसी चेतावनी के हमला कर सकते हैं. वे परिवहन केंद्रों, बाजारों, शॉपिंग मॉल, सैन्य प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, विश्वविद्यालयों, स्कूलों, अस्पतालों, पूजा स्थलों और सरकारी सुविधाओं को निशाना बना सकते हैं.
नियंत्रण रेखा के आस-पास यात्रा न करें
इसमें यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान का सुरक्षा वातावरण अस्थिर बना हुआ है, कभी-कभी बिना किसी सूचना के बदल जाता है. देश के प्रमुख शहरों, विशेष रूप से इस्लामाबाद में अधिक सुरक्षा संसाधन और बुनियादी ढांचा है, इन क्षेत्रों में सुरक्षा बल देश के अन्य क्षेत्रों की तुलना में किसी आपात स्थिति का अधिक तत्परता से जवाब देने में सक्षम हो सकते हैं. ऐसे में नियंत्रण रेखा के आस-पास यात्रा न करें.
आतंकवादी समूह सक्रिय
एडवाइजरी में कहा गया है कि अमेरिकी नागरिक किसी भी कारण से भारत-पाकिस्तान बॉर्डर की यात्रा न करें. इस क्षेत्र में आतंकवादी समूहों के सक्रिय होने के बारे में जाना जाता है. सीमाई क्षेत्र में भारत और पाकिस्तान अपनी-अपनी सीमा पर मजबूत सैन्य उपस्थिति बनाए रखते हैं. ऐसे में यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा शुरू करने से पहले सीमा क्रॉसिंग की स्थिति की पुष्टि कर लें. भारत में प्रवेश करने के लिए भारतीय वीजा की आवश्यकता होती है, और सीमा पर कोई वीजा सेवाएं उपलब्ध नहीं हैं.