
बलूचिस्तान में ट्रेन हाईजैक (फोटो- AI)
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ट्रेन जफर एक्सप्रेस हाईजैक है. BLA (बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी) का दावा है कि ट्रेन में 426 यात्री सवार थे, जिसमें 214 पाकिस्तानी सैनिक हैं. इसमें से 60 मार गिराए गए हैं, 150 अब भी बंधक हैं. BLA के कब्जे में पाकिस्तानी सेना का एक बड़ा अधिकारी भी है, जिसका नाम कैप्टन रिजवान है. कैप्टन रिजवान की यूनिट 43 पंजाब रेजिमेंट है.
पाकिस्तान सेना का क्या है दावा?
वहीं, पाकिस्तान सेना का दावा है कि ऑपरेशन को खत्म कर दिया गया है. बंधक बनाए गए 21 यात्रियों और अर्धसैनिक बलों के चार जवानों की हत्या कर दी. पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने कहा कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर मौजूद सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया.
Baloch Liberation Army claims that Pakistan Armys Captain Rizwan from 43 Punjab Regiment is among the hostages held by the BLA in Bolan, Balochistan since last 30 hours now. 200+ hostages in custody of Baloch freedom fighters. pic.twitter.com/ZajYdACSG2
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) March 12, 2025
लेफ्टिनेंट जनरल शरीफ ने कहा, सशस्त्र बलों ने सभी आतंकवादियों को मार गिराया. उन्होंने बताया कि मंगलवार को ट्रेन पर हमला करके विद्रोहियों ने 21 यात्रियों को मार डाला. उन्होंने बताया कि इस घटना में अर्धसैनिक बल फ्रंटियर कोर के चार जवान भी मारे गए.
लेफ्टिनेंट जनरल शरीफ ने कहा, सेना ने सभी 33 आतंकवादियों को मार गिराया और बंधकों को छुड़ाया.
पहली बार BLA ने ट्रेन को किया हाईजैक
यह पहली बार है जब बलूचिस्तान प्रांत में बीएलए ने ट्रेन को हाइजैक किया है. हालांकि पिछले वर्ष उन्होंने प्रांत के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा बलों, प्रतिष्ठानों और विदेशियों पर हमले बढ़ा दिए थे.
पाकिस्तान रेलवे ने डेढ़ महीने से अधिक समय के निलंबन के बाद क्वेटा से पेशावर के लिए ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू की थी. बीएलए ने एक बयान में चेतावनी दी थी कि अगर पाकिस्तान की सेना कोई अभियान चलाती है, तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा.
इस समूह पर पाकिस्तान, ब्रिटेन और अमेरिका में प्रतिबंध है. बलूचिस्तान में पिछले एक साल में हमलों में बढ़ोतरी देखी गई है. पिछले वर्ष नवंबर में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया था जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी और 62 अन्य घायल हो गए थे. इसके बाद रेलवे ने कई सेवाएं स्थगित कर दी थीं.