Sanjay Raut on Holi 2025: होली का पर्व और रमजान का तीसरा जुमा एक ही दिन पड़ रहा है. ऐसे में विवाद की आशंका को देखते हुए अन्य राज्यों के साथ-साथ महाराष्ट्र में भी सुरक्षा बरती जा रही है. हालांकि, होली और रमजान दोनों ही पर्व भाईचारे की भावना और साथ मिलकर खुशी मनाने को बढ़ावा देते हैं, फिर भी इस दौरान सांप्रदायिक दंगों की आशंका बनी रहती है. 

 

इसपर उद्ध ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा, “होली इस देश में हजारों साल से हो रही है और हमारे मुसलमान भाई भी इस त्योहार में शामिल होते हैं. हालांकि, बीते 7-8 साल में हर त्योहार पर इस देश में जो चल रहा है, यह ठीक नहीं है. होली में हम सब जाति-धर्म के लोग एक साथ होली खेलते आए हैं. हमने कभी उसमें भेदभाव नहीं किया, लेकिन अब जो चल रहा है, वह कुछ लोगों की साजिश है. कुछ लोग चाहते हैं कि माहौल बिगड़े, दंगे हो जाएं, तनाव पैदा हो जाए या हिन्दू-मुसलमान की लड़ाई हो जाए. ये लोग अपनी राजनीति करते रहे.”

 

हाल की में नितेश राणे ने एक विवादित बयान दिया था कि छत्रपति शिवाजी की सेना में कोई मुसलमान नहीं था. इस बयान की अजित पवार आलोचना की थी. अजित पवार ने कहा था कि इस देश में मुसलमान बहुत बड़ी तादाद में रहते हैं और देश से प्यार करते हैं. नितेश राणे ने ऐसा क्यों कहा समझ नहीं आया, लेकिन मुस्लिम लोग राष्ट्रभक्त हैं और मुझे उनपर गर्व है. 

 

‘इस देश के मुसलमान हमारे भाई हैं’

इसपर संजय राउत की भी प्रतिक्रिया आई है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा, “बार-बार मुसलमानों पर प्रश्न खड़ा करना देश के लिए ठीक नहीं है. मुसलाम इस देश के नागरिक हैं और हमारे भाई हैं.”

 

‘गद्दारों की कोई जाति या धर्म नहीं होता’

संजय राउत ने कहा कि डॉ. प्रदीप कुरूलकर डिफेंस मिनिस्ट्री में डायरेक्टर पद पर बैठे थे, आरएसएस के आदमी हैं, उन्होंने पाकिस्तान को गोपनीय दस्तावेज दिए थे. उसके बारे में भी बात होनी चाहिए. गद्दारों की कोई जाति या धर्म नहीं होता. ये सभी जातियों और धर्मों में होते हैं.

 

वहीं, औरंगजेब विवाद पर संजय राउत ने कहा, “हमारा महाराष्ट्र हमेशा एक प्रगतिशील राज्य रहा है, लेकिन 5-10 लोगों ने मिलकर इस स्टेट की इमेज खत्म कर दी. हमारे राज्य की इमेज को पूरी तरह से खत्म किया जा रहा है.”

 

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