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Birds Care: जालना में पक्षियों को ब्रेड, चावल और फरसाण जैसे खाद्य पदार्थ खिलाना गैरकानूनी घोषित किया गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा खाना पक्षियों के लिए जहरीला हो सकता है.

प्रतीकात्मक तस्वीर
जालना के पर्यटक स्थलों, पार्कों और जलाशयों में देशी और विदेशी पक्षियों को दाना खिलाने की परंपरा आम है. लोग अक्सर इन्हें ब्रेड, चपाती, फरसाण, चावल और सेव जैसी चीजें खिलाते हैं, लेकिन यह भोजन पक्षियों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. वन विभाग ने इसे लेकर सख्त रुख अपनाया है और चेतावनी दी है कि ऐसा करना गैरकानूनी है. यदि कोई व्यक्ति पक्षियों को इस तरह का हानिकारक भोजन खिलाता हुआ पाया गया, तो उसके खिलाफ सीधी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.
प्राकृतिक आहार से दूर हो रहे हैं पक्षी
पक्षी प्राकृतिक रूप से फूलों, फलों, छोटे पौधों, कीड़ों और अन्य जैविक तत्वों से अपना भोजन प्राप्त करते हैं. लेकिन जब लोग उन्हें लगातार कृत्रिम और तैलीय खाद्य पदार्थ खिलाते हैं, तो यह उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. पक्षी प्रेमी ज्ञानेश्वर गिरम का कहना है कि इनका पाचन तंत्र इंसानों से अलग होता है और जंक फूड उनके शरीर को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है.
अपनी भोजन खोजने की क्षमता खो सकते हैं पक्षी
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि पक्षियों को लगातार इंसानों द्वारा बचा हुआ या कृत्रिम भोजन दिया जाता है, तो वे समय के साथ खुद भोजन तलाशना बंद कर सकते हैं. वे पूरी तरह से दूसरों पर निर्भर हो जाते हैं, जिससे उनकी प्राकृतिक प्रवृत्तियाँ प्रभावित होती हैं. यही कारण है कि पार्कों और अन्य पर्यटन स्थलों पर पक्षियों को खाद्य सामग्री डालने की प्रवृत्ति पर रोक लगाना जरूरी है.
जुर्माने का भी हो सकता है सामना
वन विभाग और पक्षी विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति पक्षियों को ब्रेड, चावल, फरसाण या अन्य अनावश्यक खाद्य पदार्थ खिलाता पाया गया, तो उसे दंड भुगतना पड़ सकता है. पक्षियों को सही आहार उपलब्ध कराना जरूरी है, ताकि वे स्वस्थ रहें और अपनी प्राकृतिक प्रवृत्तियों के अनुसार भोजन जुटा सकें. इसलिए लोगों को चाहिए कि वे पक्षियों को कृत्रिम खाद्य पदार्थ देने से बचें और उन्हें उनके प्राकृतिक आहार पर ही जीवित रहने दें.
March 13, 2025, 15:52 IST
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