उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गोरखपुर में होली मनाई. इस दौरान फूलों और गुलाल के साथ उन्होंने होली खेली. सीएम योगी का अलग ही अंदाज देखने को मिला. यहां वे भगवान नरसिंह जी की शोभायात्रा में शामिल हुए और सनातन धर्म, एकता और विजय का संदेश दिया. सीएम योगी ने कहा कि जहां धर्म होगा, वहीं विजय होगी. उन्होंने होली को केवल रंगों का नहीं, बल्कि समरसता और भाईचारे को मजबूत करने वाला पर्व बताया.

सीएम योगी ने ट्विटर पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा- रंग और उमंग के महापर्व ‘होली’ के पावन अवसर पर आज गोरखपुर में भगवान नरसिंह जी की भव्य शोभायात्रा में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ.

भगवान नरसिंह जी का अवतार धर्म की विजय, न्याय की स्थापना और सज्जनों के कल्याण का प्रतीक है. उनकी कृपा से सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और आरोग्यता का वास हो, यही प्रार्थना है. उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म का उद्घोष है – ‘यतो धर्मस्ततो जय’ यानी जहां धर्म होगा, वहीं विजय होगी, जहां धर्म होगा, वहीं सत्य होगा.

'जहां धर्म, वहीं विजय...' गोरखपुर में बोले CM योगी, कहा- होली एकता और समरसता का पर्व

विजय के लिए कठिन साधना आवश्यक

सीएम योगी ने धर्म और साधना के महत्व को समझाते हुए कहा कि विजय प्राप्त करने के लिए कठिन साधना करनी पड़ती है और साधना जितनी कठिन होती है, सिद्धि उतनी ही बड़ी होती है. उन्होंने धार्मिक और आध्यात्मिक मूल्यों को जीवन में अपनाने पर बल दिया.

योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ मंत्र का समर्थन करते हुए कहा कि भारत तभी विकसित होगा, जब वह एकजुट होगा. उन्होंने कहा कि हमारा भारत विकसित तभी होगा, जब हमारा भारत एक होगा, और भारत एक होगा, तभी वह श्रेष्ठ होगा.

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'जहां धर्म, वहीं विजय...' गोरखपुर में बोले CM योगी, कहा- होली एकता और समरसता का पर्व

सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग सनातन धर्म को कोसते हैं. कुछ लोग सोचते हैं कि नाम पर बंटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि होली का पर्व एकता का त्योहार है. होली का पर्व मतभेदों को मिटाने का पर्व है. कुछ लोगों की मंशा देश और सनातन के प्रति जाहिर है. योगी ने कहा कि महाकुंभ ने देश को एकता का संदेश दिया है.

उन्होंने अपने ट्विटर पोस्ट में लिखा- प्रत्येक जीव से स्नेह और प्रेम सनातन चेतना का शाश्वत प्रतीक है. होली का संदेश देते हुए लिखा है कि होली केवल रंगों का उत्सव नहीं है, बल्कि यह सत्य की असत्य पर विजय, प्रेम और भाईचारे का पर्व है. उन्होंने लिखा- रंग, उमंग, उत्साह वाली होली, समता, समरसता, सौहार्द वाली होली, असत्य पर सत्य की विजय की होली. इसी के साथ रंगोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि एकता और भाईचारा ही भारत को अखंड बनाए रखेगा और यही सनातन धर्म का वास्तविक संदेश है.

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