अमृतसर (पंजाब) : अमृतसर के खंडवाला इलाके में बाइक से आए दो हमलावरों न ठाकुरद्वारा मंदिर पर शुक्रवार देर रात करीब 12:35 बजे ग्रेनेड हमला किया। गनीमत यह रही कि जब यह ग्रेनेड फटा तो मंदिर में श्रद्धालु नहीं थे। धमाके में मंदिर का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त कर दिया। पिछले नवंबर से पंजाब में कई जगहों पर ग्रेनेड से हमले हुए हैं, मगर किसी मंदिर को निशाना बनाने की यह पहली घटना है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने शुरुआती जांच में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की संलिप्तता की आशंका जताई है।

बाल-बाल बचे मंदिर में सो रहे पुजारी

होली के त्योहार के बाद अमृतसर के ठाकुरद्वारा मंदिर में ग्रेनेड से हमला किया गया। हमलावरों के एक हाथ में एक धार्मिक झंडा भी था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने बताया कि शुक्रवार देर रात दो अज्ञात हमलावर मोटरसाइकिल पर आए और मंदिर की पहली मंजिल पर कुछ फेंक कर भाग गए, जो बाद में फट गई। धमाके से मंदिर को आंशिक नुकसान पहुंचा। मंदिर के पुजारी ने पुलिस को लगभग 2 बजे घटना की सूचना दी। वह उस समय मंदिर के अंदर ही सो रहे थे, लेकिन बाल-बाल बच गए। पुलिस कमिश्नर भुल्लर ने घटनास्थल का दौरा किया। स्थानीय निवासियों में सुरक्षा की भावना बहाल करने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।

हमलावरों के हाथ में था धार्मिक झंडा

भुल्लर ने बताया कि शुरुआती जांच में पाकिस्तान की आईएसआई का हाथ होने का संदेह है, क्योंकि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी पहले भी ऐसी घटनाओं में शामिल रही है। उन्होंने बताया कि आईएसआई अक्सर आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को बहला-फुसलाकर ऐसी गतिविधियों में शामिल करती है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस टीमें हमलावरों की तलाश में जुटी हैं। हमलावरों के झंडे के बारे में पूछे जाने पर भुल्लर ने कहा कि यह जांच का हिस्सा है। उन्होंने इस बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। भुल्लर ने कहा कि पंजाब पुलिस ने पहले भी ऐसी घटनाओं के पर्दाफाश करने में सफलता पाई है और उ इस मामले को भी जल्द सुलझा लिया जाएगा। नवंबर 2024 से अबतक पंजाब में पुलिस चौकियों और पुलिस कर्मियों के घरों पर ग्रेनेड हमलों की लगभग कई घटनाएं हो चुकी हैं। यह पहली बार है जब किसी मंदिर को निशाना बनाया गया है।

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