
युवती को बिहार से असल ले गई पुलिस
असम के ग्वालपाड़ा से एक शादीशुदा महिला प्रेमी के साथ फरार हो गई और वह बिहार के कटिहार आ गई. उसके दो बच्चे हैं. पति ने इसकी शिकायत थाने में की तो असम पुलिस महिला की तलाश में जुट गई. फिर पुलिस को महिला का लोकेशन कटिहार मिला. अब असम पुलिस कटिहार पहुंची और महिला को अपने साथ वापस ले गई. इस दौरान प्रेमी-प्रेमिका गले लगकर खूब रोए.
इस प्रेम कहानी की शुरुआत फेसबुक के जरिए हुई. असम के ग्वालपाड़ा की रहने वाली दिलशाही बेगम को कटिहार बरारी थाना क्षेत्र के मंटू चौक ताली भट्ट मुस्लिम टोला के मोहम्मद तौफीक से प्यार हो गया. दोनों के बीच 2 साल तक बातें होती रहीं. प्यार जब परिवार चढ़ा तो दिलशाही बेगम ने अपने दो बच्चे और पति को छोड़कर ट्रेन पकड़ कर कटिहार आ गई. यहां तौफीक के घर पहुंची और निकाह पढ़ लिया.
दोनों ने कटिहार कोर्ट में की थी शादी
वहीं, दूसरे दिन दोनों ने कटिहार कोर्ट में पहुंचकर शादी कर ली. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था कि पुलिस की एंट्री हो गई. उधर दिलशाही बेगम के पति अब्दुल मलिक ने असम के ग्वालपाड़ा में रिपोर्ट दर्ज कराया. इसके बाद असम पुलिस तफ्तीश के बाद बरारी थाना पहुंच गई. स्थानीय मुख्य पार्षद बबीता यादव और उनके पति नीरज कुमार यादव उर्फ हिटलर यादव की मदद से खोजबीन की गई तो पता चला दिलशाही बेगम जो शादीशुदा है और दो बच्चों की मां भी है. उसने अपने पति अब्दुल मलिक और दो बच्चों को छोड़कर कटिहार में तौफीक के साथ निकाह कर लिया है.
असम पुलिस के साथ पहुंचे पति अब्दुल मलिक ने बताया कि दिलशाही बेगम उनकी पत्नी है. 15 साल पहले उनका निकाह हुआ था, जिससे 13 साल और 9 साल की बेटी भी है. लेकिन यह कैसे हुआ, यह उन्हें भी नहीं पता. वही दिलशाही बेगम कहती है कि फेसबुक के जरिए तौफीक से खूब बातें होने लगीं. बातों ही बातों में प्यार हो गया. तब उन्होंने उनके साथ जीवन बिताने का फैसला कर लिया. उसने यह कदम अपनी मर्जी से उठाया है.
परिवार वाले मान चुके थे बहू
मोहम्मद तौफीक ने बताया कि दिलशाही बेगम असम से कटिहार आ गई थी. उसके घर पर रहने लगी थी. परिवार वाले भी उसको बहू के रूप में मान चुके थे. बरारी थाना अध्यक्ष फुलेनदर कुमार ने बताया कि दिलशाही पहले से शादीशुदा है.
गांव वालों ने दिलशाही की विदाई का फैसला किया तो उसके प्रेमी ने प्रेमिका को जाते वक्त रोकने की कोशिश की. मगर कानून के सामने वह बेबस दिखा. दोनों एक-दूसरे से लिपटकर खूब रोए. लेकिन अंततः दिलशाही को उसके पहले पति के पास भेज दिया गया. महिला ने भी पुलिस से गुहार लगाई कि उसे तौफीक के साथ रहने दिया जाए. तौफीक के परिवार वाले भी इस घटना से आहत हैं. लेकिन कानून का पालन करते हुए उन्होंने पुलिस को सहयोग किया.
रिपोर्ट- राजेश कुमार