Holi 2025 Sukhi Tulsi Upay: होली का पर्व रंगों और खुशियों का त्योहार है, जिसे पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष होली 14 मार्च 2025 को मनाई जाएगी। खासतौर पर ब्रज में यह त्योहार अत्यंत धूमधाम से मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, होली के दिन किए गए कुछ विशेष उपाय जीवन में सुख-समृद्धि और धन लाभ का कारण बनते हैं। इनमें से सूखी तुलसी के उपाय अत्यधिक प्रभावशाली माने जाते हैं।
बहुत से लोग सूखी हुई तुलसी को घर से बाहर निकाल देते हैं, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसे शुभ नहीं माना जाता। मान्यता है कि सूखी तुलसी में भी दिव्य ऊर्जा होती है और इसका सही उपयोग करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। आइए जानते हैं कि होली के दिन सूखी तुलसी से कौन-कौन से उपाय किए जा सकते हैं।
होली पर करें सूखी तुलसी के ये विशेष उपाय
1. धन वृद्धि के लिए लाल कपड़े में बांधें तुलसी
अगर घर में आर्थिक तंगी चल रही है, तो सूखी तुलसी की पत्तियों को लाल कपड़े में बांधकर धन रखने के स्थान पर रख दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और धन की वृद्धि होती है।
2. घर में सुख-शांति और सकारात्मकता के लिए
सूखी तुलसी की पत्तियों की महक घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है और नकारात्मक शक्तियों को दूर रखती है। इसे घर के पूजा स्थान या मुख्य द्वार के पास रखने से सुख-समृद्धि बनी रहती है और गरीबी दूर होती है।
3. लड्डू गोपाल का स्नान कराएं
अगर घर में लड्डू गोपाल (बाल गोपाल) की मूर्ति स्थापित है, तो होली के दिन उन्हें सूखी तुलसी के पत्तों के साथ स्नान कराएं। यह उपाय अत्यधिक शुभ माना जाता है और जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
4. भगवान विष्णु के भोग में तुलसी का उपयोग करें
भगवान विष्णु को तुलसी अत्यंत प्रिय है। होली के दिन किसी भी मिष्ठान में सूखी तुलसी की पत्तियों को मिलाकर भगवान विष्णु को भोग अर्पित करें। मान्यता है कि इससे आर्थिक स्थिति में बड़ा सुधार होता है।
5. भगवान श्रीकृष्ण के भोग में करें तुलसी का प्रयोग
होली के दिन भगवान श्रीकृष्ण के भोग में तुलसी की एक पत्ती का उपयोग करें। यह उपाय लगातार 15 दिनों तक किया जाए, तो घर-परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
होलिका दहन 2025: शुभ मुहूर्त और तिथि
होलिका दहन होली से एक दिन पहले किया जाता है। इस दिन शुभ मुहूर्त में पूजा करने से हर प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
🔹 पूर्णिमा तिथि आरंभ – 13 मार्च 2025, रात 10:02 बजे
🔹 भद्रा समाप्ति – 13 मार्च 2025, रात 10:44 बजे
🔹 होलिका दहन का शुभ समय – 13 मार्च 2025, रात 10:44 बजे के बाद