उम्र बढ़ने के साथ शरीर में कई बदलाव आते हैं और इसी तरह त्वचा और बालों में भी बदलाव देखने को मिलते हैं। बालों का सफ़ेद होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो उम्र के साथ होती है। अब लोग रंग को काला बनाए रखने के लिए पेंट का उपयोग करते हैं। बाजार में विभिन्न रंगों में कई प्रकार के हेयर डाई उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग पुरुष और महिलाएं अपनी पसंद और जरूरत के अनुसार करते हैं।
बालों से संबंधित समस्याएं
यदि आप लगातार अपने बालों को रंगते हैं। तो इससे बालों से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप हर महीने बाल रंगते हैं, तो विशेषज्ञों से जानें इसके नुकसान। हेयर डाई सफेद बालों को रंगने और काला करने में मदद करती है। लेकिन इसमें कई तरह के रसायन होते हैं, जो स्कैल्प और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। मैं जानता हूं कि जब भी कोई महिला अपने बालों को रंगने के लिए हेयर डाई का इस्तेमाल करती है तो उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कई बार कुछ लोगों को हेयर डाई से नुकसान भी हो सकता है।
विशेषज्ञों का क्या कहना है?
डॉ., वरिष्ठ सलाहकार, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट, दिल्ली। विजय सिंघल ने कहा कि बाल रंगने के दुष्प्रभावों में एलर्जी, खुजली, सिर में जलन, बालों का झड़ना और समय के साथ बालों की गुणवत्ता में गिरावट शामिल हो सकती है। ऐसी स्थिति में बाल रूखे, पतले होकर झड़ने लगते हैं। कुछ हेयर डाई में अमोनिया और पैरा-फेनिलिनेडियम जैसे रसायन होते हैं, जो त्वचा में एलर्जी पैदा कर सकते हैं। विशेष रूप से, जिन लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है, उनमें हेयर डाई के प्रति प्रतिक्रिया का खतरा अधिक होता है। अमोनिया जैसे रसायन बालों से प्राकृतिक नमी छीन लेते हैं और यदि बालों को बार-बार रंगा जाए तो इससे बाल रूखे, बेजान और दोमुंहे हो सकते हैं।
सुरक्षा के लिए क्या करें?
इन दुष्प्रभावों से बचने के लिए हमेशा पैच टेस्ट करें और अमोनिया मुक्त या हर्बल रंगों का चयन करें। इसके अतिरिक्त, रंग लगाने के बाद बालों की देखभाल की नियमित दिनचर्या का पालन करें। शैम्पू करने के बाद बालों को प्राकृतिक रूप से सूखने दें। इसके अलावा, रंग लगाने के तुरंत बाद तेज धूप में जाने से बचें।
हर्बल मेहंदी
डॉक्टर का कहना है कि हर्बल मेंहदी एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है क्योंकि यह प्राकृतिक है। इसमें कोई कठोर रसायन नहीं है। आजकल बाजार में उपलब्ध कुछ हर्बल मेंहदी में भी रसायन होते हैं, इसलिए केवल शुद्ध और जैविक मेंहदी का ही उपयोग करें। यदि किसी को हेयर डाई से बार-बार एलर्जी हो रही है या उनके बाल बहुत अधिक क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, तो उन्हें त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श के बाद ही किसी उत्पाद का उपयोग करना चाहिए।