आसमान में भी चीन का ‘आक्रामक बर्ताव’
हिंद-प्रशांत कमांड ने कहा कि ये गतिविधियां अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में सुरक्षित रूप से गुजरने के समुद्री नियमों का उल्लंघन करती हैं। वहीं, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने इस कदम का बचाव करते हुए कहा कि ऐसा ‘कानून के अनुसार’ किया गया। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका को गहनता से आत्मचिंतन करना चाहिए और गलत कार्यों को सुधारना चाहिए।’ अमेरिका ने हाल में चीन पर हवाई क्षेत्र में ‘अनावश्यक रूप से आक्रामक’ बर्ताव करने का आरोप लगाया था।
चीन ने कहा- अपने काम से मतलब रखो!
ताइवान जलडमरूमध्य में यह घटना तब हुई जब अमेरिकी विदेश मंत्री लॉयड ऑस्टिन और चीन के रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफु एक वार्षिक रक्षा सम्मेलन के लिए सिंगापुर में थे। चीन के रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफु ने रविवार को कहा था कि अमेरिका और उसके सहयोगियों ने ताइवान जलडमरूमध्यम में खतरा पैदा किया है, जबकि इसके बजाय उन्हें ‘अपने वायुक्षेत्र और जलक्षेत्र की अच्छी तरह से देखभाल’ करनी चाहिए। उन्होंने एक दुभाषिये के माध्यम से कहा, ‘वहां आने का क्या मतलब है? चीन में हम हमेशा कहते हैं, अपने काम से मतलब रखो।’ ऑस्टिन ने ली को सम्मेलन से इतर वार्ता के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन ली ने इससे इनकार कर दिया था।