डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद एक बात तो समझ लीजिए, अमेरिका के सेंट्रल बैंक ने जो सुनहरे सपने सितंबर के महीने में पॉलिसी रेट में 0.50 फीसदी के कट के दौरान दिखाए थे वो अब टूटने वाले हैं. इसका संकेत नवंबर की पॉलिसी की मीटिंग में साफ देखने को मिल भी गया. जब फेड रिजर्व ने पॉलिसी रेट में 0.25 फीसदी की ही कटौती की. दिसंबर के महीने में एक बार फिर से पॉलिसी मीटिंग होने जा रही है. अनुमान ये लगाया जा रहा है कि अमेरिकी फेड रिजर्व इस बार ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं करेगा. इसका मतलब है कि अमेरिका में आम लोगों के अच्छे दिन खत्म होने वाले हैं. आइए आपको भी बताते हैं आखिर ब्याज दरों को किस तरह के अनुमान लगाए जा रहे हैं.

ब्याज दरों पर नोमुरा का अनुमान

जापान की फाइनेंशियल कंपनी नोमुरा ने कहा है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व दिसंबर की पॉलिसी की मीटिंग में ब्याज दरों में कटौती की कोई उम्मीद नहीं है. डोनाल्ड ट्रम्प की चुनावी जीत के बाद सेंट्रल के रेट कट साइकिल में ठहराव का संकेत देने वाला पहला ग्लोबल ब्रोकरेज बन गया है. नोमुरा को अब उम्मीद है कि फेड 2025 में अपनी मार्च और जून की बैठकों में केवल दो 25-बेसिस प्वाइंट की कटौती करेगा, जिससे ब्रोकरेज का फेड फंड रेट अनुमान अगले साल तक 4.125 फीसदी पर फ्रीज रहेगा. फेड की बेंचमार्क ब्याज दर वर्तमान में 4.50-4.75 फीसदी रेंज में है. इसने 2024 में दरों में 75 बीपीएस की कटौती की है. गोल्डमैन सैक्स और जे.पी.मॉर्गन सहित अन्य ग्लोबल ब्रोकरेज को अगले महीने केंद्रीय बैंक से 25-बेसिस प्वाइंट कटौती की उम्मीद है.

फेड को अब जल्दबाजी नहीं

नोमुरा को उम्मीद है कि चल रहे आर्थिक विकास और लगातार बढ़ती महंगाई की संभावना के बीच पॉलिसी मेकर्स की हालिया कठोर टिप्पणियों के बाद फेड अगले महीने अपने सख्त चक्र को रोक देगा, जिससे केंद्रीय बैंक का संकेत मिलेगा कि वह दरों को कम करने की जल्दी में नहीं है. यह फेड की दरों में कटौती करने की बढ़ती हिचकिचाहट का प्रमुख कारण अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत है, जिसके बाद देश में काफी राजनीति बदलाव देखने को मिल रहे हैं.

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कितनी है अमेरिका में महंगाई

वॉल स्ट्रीट आने वाले वर्ष में महंगाई के दबाव को और अधिक बढ़ाने की कोशिश कर रहा है क्योंकि निर्वाचित राष्ट्रपति कर कटौती, हाई टैरिफ और इमिग्रेशन पर कार्रवाई पर जोर दे रहे हैं. नोमुरा ने शुक्रवार को एक नोट में कहा कि उम्मीद है कि टैरिफ गर्मियों तक रियल महंगाई को बढ़ा देगा. पिछले हफ्ते के आंकड़ों से पता चला कि अमेरिकी उपभोक्ता कीमतें अक्टूबर तक 12 महीनों में 2.6 फीसदी बढ़ीं, जो फेड के 2 फीसदी लक्ष्य से अधिक है, लेकिन अर्थशास्त्रियों की अपेक्षाओं के अनुरूप है. सीएमई ग्रुप के फेडवॉच टूल के अनुसार, व्यापारियों को अब केंद्रीय बैंक द्वारा दिसंबर में दरों में कटौती रोकने की 34.7 फीसदी संभावना दिख रही है. नोमुरा को उम्मीद है कि जून में संभावित कटौती के बाद मार्च 2026 तक अमेरिकी दर में कटौती पर लंबा विराम लगेगा.

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