बॉलीवुड में देशभक्ति और आतंकवाद के खिलाफ जंग को दर्शाने वाली कई दमदार फिल्में बन चुकी हैं। हाल ही में पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के खूंखार आतंकवादी अबू कताल के मारे जाने की खबर आई, जो 2023 के राजौरी हमले और 2024 के रियासी बस हमले में वांछित था। आतंकवादियों के खिलाफ बहादुरी की कहानियों को सिल्वर स्क्रीन पर भी शानदार तरीके से दिखाया गया है। कुछ फिल्मों में आम नागरिक आतंकियों के खिलाफ खड़े होते हैं, तो कुछ में सेना और सुरक्षा बलों की बहादुरी को दिखाया जाता है। आइए जानते हैं उन शानदार फिल्मों के बारे में जो आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम करने और देश की रक्षा के लिए प्रेरित करती हैं।
1. रोजा (1992) – एक आम लड़की की असाधारण कहानी
मणिरत्नम द्वारा निर्देशित फिल्म ‘रोजा’ 1992 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म तमिलनाडु के एक छोटे से गांव की एक साधारण लड़की की कहानी है, जिसका पति जम्मू-कश्मीर में एक सीक्रेट मिशन के दौरान आतंकवादियों द्वारा अगवा कर लिया जाता है। रोजा अपने पति को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश करती है और अंततः सफल होती है।
फिल्म की खास बातें:
- फिल्म के गाने, खासतौर पर ‘रोजा जानेमन’ और ‘उड़ने की आशा’, आज भी बेहद लोकप्रिय हैं।
- यह फिल्म उस दौर में आई जब कश्मीर में आतंकवाद अपने चरम पर था, और इसमें आम नागरिकों की हिम्मत को बखूबी दिखाया गया।
- मणिरत्नम की निर्देशन शैली और ए. आर. रहमान का संगीत फिल्म की जान थे।
2. मां तुझे सलाम (2002) – देश के प्रति सच्ची निष्ठा
टीनू वर्मा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में सनी देओल, तब्बू और अरबाज खान मुख्य भूमिकाओं में थे। ‘मां तुझे सलाम’ एक सैन्य अधिकारी की कहानी है, जो सीमा पर आतंकवादियों की साजिश को नाकाम करने के लिए स्थानीय लोगों के साथ मिलकर लड़ता है।
फिल्म की खास बातें:
- सनी देओल की दमदार देशभक्ति से भरी डायलॉग डिलीवरी फिल्म की हाईलाइट थी।
- फिल्म ने दिखाया कि कैसे देश के प्रति प्रेम और निष्ठा किसी भी साजिश को ध्वस्त कर सकती है।
- बॉर्डर पर तैनात सैनिकों और स्थानीय लोगों के रिश्तों को गहराई से दिखाया गया।
3. ब्लैक फ्राइडे (2004) – सच्ची घटना पर आधारित जबरदस्त फिल्म
अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित ‘ब्लैक फ्राइडे’ 1993 के मुंबई बम धमाकों पर आधारित थी। फिल्म पत्रकार हुसैन जैदी की किताब ‘ब्लैक फ्राइडे: द ट्रू स्टोरी ऑफ द बॉम्बे बम ब्लास्ट’ पर बनी थी। इसमें केके मेनन, पवन मल्होत्रा और अन्य कलाकारों ने दमदार अभिनय किया था।
फिल्म की खास बातें:
- यह फिल्म एक डॉक्यूमेंट्री स्टाइल में बनाई गई थी, जो इसे और भी प्रभावी बनाती है।
- फिल्म ने आतंकियों के नेटवर्क, उनकी प्लानिंग और पुलिस इन्वेस्टिगेशन को बारीकी से दिखाया।
- ब्लैक फ्राइडे को शुरू में सेंसर बोर्ड ने रोक दिया था, लेकिन बाद में इसे रिलीज किया गया और इसे जबरदस्त सराहना मिली।
4. अ वेडनेसडे (2008) – एक आम आदमी की असाधारण हिम्मत
नीरज पांडे द्वारा निर्देशित ‘अ वेडनेसडे’ 2008 में आई थी। यह फिल्म एक आम नागरिक और सुरक्षा एजेंसियों के बीच के टकराव पर आधारित थी। नसीरुद्दीन शाह ने एक ऐसे नागरिक का किरदार निभाया जो आतंकियों से बदला लेने के लिए खुद मोर्चा संभालता है।
फिल्म की खास बातें:
- फिल्म में यह दिखाया गया कि किस तरह एक आम आदमी भी आतंकवाद के खिलाफ खड़ा हो सकता है।
- नसीरुद्दीन शाह और अनुपम खेर के शानदार अभिनय ने फिल्म को यादगार बना दिया।
- फिल्म का संदेश बेहद दमदार था – “आम आदमी चुप नहीं बैठ सकता!”
5. बेबी (2015) – आतंकवाद के खिलाफ गुप्त मिशन
नीरज पांडे द्वारा निर्देशित फिल्म ‘बेबी’ 2015 में रिलीज हुई थी। इसमें अक्षय कुमार, अनुपम खेर, राणा दग्गुबाती, तापसी पन्नू और केके मेनन जैसे शानदार कलाकार थे। यह फिल्म एक सीक्रेट मिशन पर आधारित थी, जिसमें भारतीय एजेंट आतंकवादियों को पकड़ने और उन्हें खत्म करने के लिए जान की बाजी लगा देते हैं।
फिल्म की खास बातें:
- यह फिल्म आतंकियों को उनके ही गढ़ में घुसकर मारने की रणनीति पर केंद्रित थी।
- अक्षय कुमार के एक्शन सीन और मिशन की प्लानिंग को जबरदस्त तरीके से दिखाया गया।
- फिल्म में ‘बेबी’ नामक एक सीक्रेट एजेंसी के एजेंट्स की बहादुरी को दिखाया गया था।