रेल यात्रा आज भी लोगों के लिए किफायती और सुविधाजनक मानी जाती है. जब भी लोग लंबी दूरी तय करने की सोचते हैं, तो सबसे पहले ट्रेन का टिकट चेक करते हैं. लेकिन कई बार महंगे किराए के कारण यात्री टिकट लेने में हिचकिचाते हैं. कुछ लोग बिना टिकट यात्रा करने की कोशिश भी करते हैं, लेकिन पकड़े जाने पर भारी जुर्माना भरना पड़ता है.

दुनिया में हर देश का ट्रेन सिस्टम अलग होता है. कहीं ट्रेन बिल्कुल भी लेट नहीं होती, तो कहीं ट्रेन हमेशा लेट चलती है. ब्रिटेन में भी एक ट्रेन सिस्टम है, जहां ट्रेन लेट होने पर यात्रियों को इसका रिफंड मिलता है.

लेकिन ब्रिटेन के रहने वाले एड वाइज नाम के एक शख्स ने इस रिफंड के सिस्टम की वजह से, पूरे एक साल तक बिना कोई पैसा खर्च किए ट्रेन में सफर करता रहा. इतना ही नहीं, उसने इस तरीके से लगभग 1.06 लाख रुपये बचा लिए. दिलचस्प बात यह है कि रेलवे को इस ट्रिक के बारे में पता चल गया, फिर भी वे उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले पाए!

कैसे खेला दिमागी खेल?

29 साल के एड वाइज एक पर्सनल फाइनेंस राइटर हैं, जिन्होंने ट्रेन शेड्यूल और देरी के पैटर्न को बारीकी से समझा. उन्होंने नोट किया कि ब्रिटिश रेलवे में ट्रेन लेट होने पर यात्रियों को रिफंड मिलता है. उन्होंने इसी का फायदा उठाने का प्लान बनाया.

एड ने पाया कि रेलवे में देरी होने के कुछ खास कारण होते हैं जैसे हड़तालें, मेंटेनेंस का काम और खराब मौसम. उन्होंने अपनी सभी ट्रिप इसी आधार पर प्लान कीं. उन्होंने केवल उन्हीं ट्रेनों की टिकट बुक की, जिनके लेट होने की संभावना ज्यादा थी, ताकि उन्हें पूरा रिफंड मिल सके.

ब्रिटेन के रेलवे नियमों का उठाया फायदा
ब्रिटेन में ट्रेन लेट होने पर यात्रियों को कंपंसेशन स्कीम के तहत रिफंड दिया जाता है. जैसे 15 मिनट की देरी पर 25% रिफंड, 30 मिनट की देरी पर 50% रिफंड और 1 घंटे से ज्यादा देरी पर पूरा किराया वापस. एड वाइज ने इस नीति का पूरा फायदा उठाया और हर बार ऐसा टिकट बुक किया, जिससे उन्हें 100% रिफंड मिल सके. नतीजा? 2023 में उन्होंने एक भी रुपया खर्च किए बिना यात्रा कर ली!

सोशल मीडिया पर एड वाइज की कहानी वायरल
एड वाइज की यह अनोखी ट्रिक सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा में है. एड का मानना है कि अगर आप नियमों को अच्छे से समझते हैं और सही टाइमिंग का फायदा उठाते हैं, तो पैसों की बचत करना आसान हो सकता है.

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *