
कांग्रेस ने किया प्रदर्शन.
ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने 12 कांग्रेस विधायकों को अनुशासनहीनता, अध्यक्ष का अनादर करने और नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में निलंबित कर दिया, क्योंकि वे विधानसभा के वेल में विरोध कर रहे थे. जिसके बाद युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को भुवनेश्वर में कांग्रेस भवन के सामने इस मुद्दे के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदेश अध्यक्ष भक्त चरण दास, ओडिशा प्रभारी अजय कुमार लल्लू और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. उन्होंने दावा किया कि उन्हें विधानसभा में प्रवेश करने और निलंबित विधायकों से मिलने की अनुमति नहीं दी गई.
बता दें कि निलंबित विधायक ओडिशा विधानसभा के वेल में ही सो रहे थे. वहीं विधानसभा परिसर में निलंबन का विरोध कर रहे ओडिशा कांग्रेस के नेताओं को वहां से बाहर निकालकर कांग्रेस भवन ले जाया गया.
हमें गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए
ओडिशा कांग्रेस अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा कि धारा-144 के अनुसार, हमने अपनी संख्या पांच से घटाकर चार कर दी है, और तकनीकी रूप से हमें गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए. हमने उनसे एक नेता को अनुमति देने का अनुरोध किया था, लेकिन वे ऐसा भी नहीं कर रहे हैं. हमें अब गिरफ्तार किया जा रहा है. हमारी कांग्रेस विधायक दल की सदस्य भी घायल हुई हैं.
हम अपराधी नहीं हैं: कांग्रेस अध्यक्ष
भक्त चरण दास ने कहा कि पूर्व विधायक किसी भी समय विधानसभा की लॉबी तक जा सकते हैं और कहा कि उन्हें रोकने का कोई कारण होना चाहिए. दास ने आगे कहा कि वे ‘अपराधी’ नहीं हैं. भक्त चरण दास ने कहा कि पूर्व विधायक कभी भी विधानसभा की लॉबी तक जा सकते हैं. हम अपराधी नहीं हैं. हमें रोकने के लिए कोई कारण होना चाहिए. क्या हमें अपने विधायकों से मिलने के लिए अंदर नहीं जाना चाहिए?
कांग्रेस विधायकों के साथ मारपीट
ओडिशा कांग्रेस प्रभारी अजय कुमार लल्लू ने कहा कि मैंने कांग्रेस विधायक दल से बात की है, उनके हाथ में चोटें हैं. उनके साथ मारपीट की गई. यह तानाशाही है. कोलकाता की घटना (आरजी कर बलात्कार और हत्या मामले) के लिए राष्ट्रपति ने ट्वीट कर निंदा की, लेकिन ओडिशा में 64000 महिलाएं लापता हो गई हैं, हर दिन सामूहिक बलात्कार हो रहे हैं, नाबालिग लड़कियां गर्भवती हो रही हैं और स्कूल जाने वाली लड़कियां सरकारी आवासों में बच्चों को जन्म दे रही हैं और राष्ट्रपति ने इस बारे में एक शब्द भी नहीं कहा. हमारे विधायक इस पर चर्चा की मांग कर रहे थे. हम लड़ाई जारी रखेंगे.
विधायकों का निलंबन पूरी तरह से अलोकतांत्रिक
अजय कुमार लल्लू ने इस मुद्दे पर ओडिशा सरकार पर तीखा हमला किया और कहा कि विधायकों का निलंबन पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है. उन्होंने कहा कि अगर विधायक अपनी समस्याओं का जवाब मांग रहे हैं, तो सरकार क्यों डर रही है? देश में महिला सुरक्षा की बात करना कब से अपराध हो गया. हमारे 12 विधायकों को निलंबित करना अलोकतांत्रिक है. हम चुप नहीं बैठेंगे. हम 27 मार्च को विधानसभा का घेराव करेंगे और विरोध प्रदर्शन करेंगे. ओडिशा विधानसभा अध्यक्ष द्वारा निलंबित किए जाने के बाद, 12 निलंबित कांग्रेस विधायक बेल में ही सो गए और अपने निलंबन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.