नई दिल्ली: केरल की 26 साल की एन्ना सेबेस्टियन पेरयिल की मौत जुलाई में कथित तौर पर काम के दबाव के चलते हार्ट अटैक से हो गई। एन्ना चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) थीं और पिछले चार महीने से पुणे स्थित ‘अर्न्स्ट एंड यंग’ (EY) के दफ्तर में काम कर रही थीं। उनकी मौत के बाद काम के घंटों और दबाव को लेकर बहस छिड़ गई है। इस मामले में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने हफ्ते में 40 घंटे काम का सुझाव दिया है।

मृतक की मां ने उठाए सवाल

एन्ना की मां अनीता ऑगस्टाइन ने EY इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को पत्र लिखकर कंपनी में काम के ज्यादा घंटों के महिमामंडन पर सवाल उठाए हैं। थरूर ने एन्ना के पिता सिबी जोसेफ से भी बात की और संसद में इस मुद्दे को उठाने का आश्वासन दिया है। ईवाई ने इस घटना पर दुख जताया है और कहा है कि वह परिवार के संपर्क में है।

शशि थरूर ने कि एन्ना के पिता से बात

केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद, शशि थरूर ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर लिखा कि एन्ना का निधन कार्डियक अरेस्ट से हुआ। उन्हें यह हार्ट अटैक बड़ी ऑडिट फर्म में चार महीने तक लगातार सात दिन, 14 घंटे काम करने के बाद आया। थरूर ने कहा कि उन्होंने एन्ना के पिता के साथ बेहद भावुक और बातचीत की।

थरूर ने कहा, ‘उन्होंने (एन्ना के पिता ने) सुझाव दिया और मैं मान गया कि संसद में निजी क्षेत्र या सार्वजनिक, सभी वर्कप्लेस के लिए एक निश्चित कैलेंडर बनाया जाए, जो एक दिन में आठ घंटे और सप्ताह में पांच दिन से ज्यादा न हो। कांग्रेस सांसद ने लिखा, ‘वर्कप्लेस पर अमानवीयता को कठोर सजा और अपराधियों के लिए जुर्माने के साथ खत्म किया जाना चाहिए। मानवाधिकार वर्कप्लेस पर खत्म नहीं हो जाते हैं।’ उन्होंने यह भी कहा कि वह संसद के अगले सत्र में इस मुद्दे को उठाएंगे। अगला संसद सत्र दिसंबर में होने की उम्मीद है।

‘बेटी को आधी रात तक करना पड़ता था काम’

एन्ना सेबेस्टियन पेरयिल के पिता ने इस हफ्ते मीडिया से बात की और बताया कि उनकी बेटी को रात में 12:30 बजे तक काम करना पड़ता था। सिबी जोसेफ ने कहा, ‘हमने उसे नौकरी छोड़ने की सलाह दी थी, लेकिन उसने जोर देकर कहा था कि इससे उसे इस पेशे में एक्सपीरियंस मिलेगा।’ उन्होंने यह भी दावा किया कि कंपनी के सीनियर अधिकारियों के सामने काम के ज्यादा दबाव के मुद्दे को उठाया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। एन्ना ने मैनेजर से शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने रात में भी काम करने पर जोर दिया।

कंपनी भी दी प्रतिक्रिया

परिवार ने आरोप लगाया कि कंपनी ने एन्ना की मां का लेटर वायरल होने के बाद ही प्रतिक्रिया दी। जोसेफ ने कहा, ‘हम कानूनी कार्रवाई करने की योजना नहीं बना रहे हैं, लेकिन हम नहीं चाहते कि किसी और को भी इसी तरह की परिस्थिति का सामना करना पड़े। हम नहीं चाहते हैं कि ऐसी कॉर्पोरेट कंपनियों में शामिल होने वाले नए लोगों को ऐसी ही परिस्थितियों का सामना करना पड़े।’

‘कंपनी से कोई भी अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुआ’

एन्ना की मां ऑगस्टाइन ने भी लेटर में कहा था कि कंपनी से उनके अंतिम संस्कार में कोई शामिल नहीं हुआ, जो परिवार को बहुत आहत करने वाला लगा। जैसे-जैसे यह मुद्दा बढ़ता गया, कंपनी ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि वह जुलाई 2024 में एन्ना सेबेस्टियन के दुखद और असामयिक निधन से बहुत दुखी है।

कंपनी ने कहा कि वह भारत में फर्मों में लगभग 1 लाख लोगों के साथ काम करती है और एन्ना ने ऐसी ही एक फर्म एसआर बटलीबोई में चार महीने तक काम किया था। अकाउंटिंग कंपनी ने कहा, ‘मौत के बाद से कंपनी परिवार के संपर्क में है, उनकी मदद कर रही है, लेकिन अब एन्ना के परिवार ने कंपनी को पत्र लिखकर ‘अत्यधिक काम के बोझ’ के बारे में शिकायत की है।

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