उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर भक्तों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने की तारीखों की घोषणा के साथ ही उत्तराखंड सरकार भी तैयारियों में जुट गई है। यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है, और अब तक 5 लाख से अधिक यात्रियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है।

चारधाम यात्रा के लिए रिकॉर्ड पंजीकरण

उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के अनुसार, विभिन्न धामों के लिए अब तक हुई पंजीकरण संख्या इस प्रकार है:

  • यमुनोत्री: 93,803

  • गंगोत्री: 96,445

  • केदारनाथ: 1,66,576

  • बदरीनाथ: 1,55,046

  • हेमकुंड साहिब: 5,151

तीन दिनों में चारधाम यात्रा के लिए 5.17 लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण कर चुके हैं, जबकि निजी वाहनों से यात्रा करने वाले 5,802 से अधिक यात्रियों ने भी रजिस्ट्रेशन करवाया है।

यात्रा मार्ग पर व्यवस्थाओं में तेजी

सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि यात्रा मार्ग पर सड़कों, स्वास्थ्य सेवाओं, बिजली, पानी और अन्य सुविधाओं की कोई कमी न हो। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में चारधाम यात्रा को लेकर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की और निर्देश दिए कि सभी तैयारियां समय पर पूरी की जाएं।

चारधाम के कपाट खुलने की तारीखें

उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए धामों के कपाट खोलने की तारीखें इस प्रकार हैं:

  • गंगोत्री और यमुनोत्री: 30 अप्रैल 2024

  • केदारनाथ धाम: 2 मई 2024

  • बदरीनाथ धाम: 4 मई 2024

  • हेमकुंड साहिब: 25 मई 2024

चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण कैसे करें?

चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है। श्रद्धालु निम्नलिखित माध्यमों से अपना पंजीकरण करा सकते हैं:

  1. ऑनलाइन पोर्टल: registrationandtouristcare.uk.gov.in

  2. मोबाइल ऐप: Tourist Care Uttarakhand

  3. हेलीकॉप्टर सेवा बुकिंग: heliyatra.irctc.co.in (बुकिंग अप्रैल के पहले सप्ताह में शुरू होगी)

  4. टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर:

    • 0135-1364 (24 घंटे सहायता)

    • 0135-2559898, 0135-2552627 (उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी)

केदारनाथ यात्रा के लिए पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य जारी

केदारनाथ यात्रा को सुगम बनाने के लिए लोनिवि और डीडीएमए की टीमें पैदल मार्ग से बर्फ हटाने में जुटी हुई हैं।

  • मजदूरों की टीमें लिंचौली से बड़ी लिंचौली और थारू कैंप तक पहुंच चुकी हैं।

  • अत्यधिक बर्फबारी और ग्लेशियर की मौजूदगी के कारण कुछ स्थानों पर कठिनाइयां आ रही हैं।

  • प्रशासन यात्रा मार्ग को सुचारू करने को प्राथमिकता दे रहा है, ताकि घोड़े-खच्चर और श्रद्धालु आसानी से यात्रा कर सकें।

लोनिवि के अधिशासी अभियंता विनय झिंक्वाण ने बताया कि खराब मौसम के बावजूद मजदूर रास्ते को जल्द से जल्द तैयार करने में लगे हुए हैं।

चारधाम यात्रा से पहले बनेगी यात्रा परिषद

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की है कि इस बार चारधाम यात्रा को लेकर “यात्रा परिषद” का गठन किया जाएगा।

  • श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर उत्तराखंड को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी विकसित किया जा रहा है।

  • इस साल “शीतकालीन चारधाम यात्रा” को भी विस्तार दिया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर सकें।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *