Chicago School Board: अमेरिका के इलिनोइस में शिकागो स्कूल बोर्ड ने हाल ही में एक प्रस्ताव पास किया है, जिसमें वादा किया गया है कि छात्रों को संघीय आव्रजन अधिकारियों से बचाया जाएगा। यह प्रस्ताव ऐसे समय पर आया है जब आने वाले ट्रंप प्रशासन में संभावित बड़े पैमाने पर निर्वासन प्रयासों को लेकर चर्चा चल रही है। शिकागो बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने 14 नवंबर को एक विशेष बैठक के दौरान सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।local21news.com की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बोर्ड की ओर से साझा की गई एक कॉपी के अनुसार, प्रस्ताव का उद्देश्य शिकागो पब्लिक स्कूलों के ‘मूल्यों की पुष्टि’ करने के साथ-साथ जिले की स्थिति को सभी के लिए ‘स्वागत योग्य’ स्थान के रूप में मजबूत करना है। बोर्ड ने पहली बार 2016 में ऐसा प्रस्ताव पारित किया था। शिकागो पब्लिक स्कूलों ने बाद में अपने स्कूलों को ‘सैंक्चुअरी स्कूल्स’ घोषित करने के प्रयास का विस्तार किया।

शिकागो स्कूल बोर्ड के प्रस्ताव में क्या कुछ कहा गया है?

हाल ही में पारित किए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि 2024 के राष्ट्रपति चुनाव ने छात्रों और कर्मचारियों में डर, चिंता, भ्रम, दुख, गुस्सा या बेचैनी पैदा की है। इसमें इमिग्रेशन स्टेटस की परवाह किए बिना सभी छात्रों और परिवारों का स्वागत करने का संकल्प शामिल है।

प्रस्ताव में यह भी वादा किया गया है कि शिकागो पब्लिक स्कूल यूएस इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इंफोर्समेंट (ICE) अधिकारियों को संघीय नागरिक आव्रजन कानून के प्रवर्तन में सहायता प्रदान नहीं करेंगे। प्रस्ताव में लिखा है, ”इसलिए, ICE को CPS सुविधाओं या कर्मियों तक पहुंच की अनुमति नहीं दी जाएगी, सिवाय उन दुर्लभ मामलों को छोड़कर जिनमें सीपीएस को एक आपराधिक वारंट प्रदान किया जाता है।”

शिकागो टीचर्स यूनियन ने की सराहना

शिकागो टीचर्स यूनियन ने स्कूल बोर्ड के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि उसकी फिर से पुष्टि नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड के शासन में भेदभाव और विभाजन की आशंका के मद्देनजर आई है। यूनियन अध्यक्ष स्टेसी डेविस गेट्स ने एक बयान में कहा, “मेयर की ओर से नियुक्त स्कूल बोर्ड एक उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने और प्रोजेक्ट 2025 में जिक्र किए गए हमलों की आशंका के मद्देनजर हमारे सभी स्थानीय नेताओं को क्या करना चाहिए।”

उन्होंने कहा, ”वे इस जिले के मूल्यों को पुनः स्थापित कर रहे हैं, छात्रों की सुरक्षा के लिए अपनी शक्ति का प्रयोग कर रहे हैं और जिले के परिवारों और भावी राष्ट्रपति दोनों को यह संदेश दे रहे हैं कि शिकागो हमारे विविध समुदायों के सबसे कमजोर सदस्यों की सुरक्षा और बचाव के लिए कार्रवाई करेगा।”

प्रस्ताव को मंजूरी शिकागो के मेयर ब्रैंडन जॉनसन की ओर से इसी तरह का वादा करने के बाद मिली है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मेयर ने कहा कि उनका शहर आने वाले ट्रंप प्रशासन की ओर से बड़े पैमाने पर निर्वासन के किसी भी प्रयास में कोऑर्डिनेट नहीं करेगा।
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‘धमकियां अश्वेत परिवारों के खिलाफ भी’

मेयर जॉनसन ने यह भी कहा कि ट्रंप की धमकी सिर्फ नए आगमन वाले लोगों और गैर-दस्तावेजी परिवारों को लेकर ही नहीं है… उनकी धमकियां अश्वेत परिवारों के खिलाफ भी हैं।

इस योजना को वार्ड 41 के एल्डरमैन एंथनी नेपोलिटानो ने अस्वीकार कर दिया, जिन्होंने मीडिया को बताया कि वह मेयर जॉनसन के रुख से सहमत नहीं हैं। उन्होंने इंटरव्यू के दौरान कहा, “जब हम एक सैंक्चुअरी सिटी बने तो मैं इससे सहमत नहीं था… सैंक्चुअरी सिटी सिर्फ इसलिए बनाया गया था क्योंकि यह उनकी एक वाहवाही थी, यह एक एजेंडा कदम था… और इससे हमारा शहर सचमुच बहुत आहत हुआ है और बुरी तरह प्रभावित हुआ है।”

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