रिजर्व डे में भी नहीं पाया था मैच
भारत और श्रीलंका के बीच आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2002 का फाइनल मैच 30 सितंबर को कोलंबो में शुरू हुआ था। मैच में श्रीलंका की टीम ने टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। टीम इंडिया ने मुकाबले में धमाकेदार शुरुआत की और बिना किसी स्कोर पर पहला विकेट हासिल कर लिया। इसके बाद फिर क्या था, लगातार अंतराल पर विकेट गिरते रहे। ऐसे में श्रीलंकाई टीम ने महेला जयवर्धने की 77 रनों की पारी से जैसे-तैसे निर्धारित 50 ओवर के खेल में 7 विकेट पर 222 रन का स्कोर खड़ा किया।
टीम इंडिया के लिए यह लक्ष्य मुश्किल नहीं था, लेकिन शुरुआत उसकी भी अच्छी नहीं रही। दिनेश मोंगिया बिना खाता खोले ही आउट हो गए। हालांकि, वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया के लिए मोर्चा संभाल लिया था, लेकिन 8.4 ओवर के खेल के बाद कोलंबो के आसमान ने बरसना शुरू कर दिया। फिर क्या था। देखते ही देखते पूरा मैदान तालाब में बदल गया। 30 सितंबर को टीम इंडिया की पारी दोबारा शुरू नहीं की जा सकी। उसके अगले दिन भी लगातार बारिश होती रही, जिसके कारण दो दिन के इंतजार के बाद भारत और श्रीलंका को संयुक्त रूप से विजेता घोषित कर दिया गया।