मंत्री सुदिव्य सोनू ने सदन में इरफान के रवैये पर जताई नाराजगी
दरअसल, विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने गोड्डा में बने नर्सिंग कॉलेज के बारे में सवाल पूछा था। उन्होंने पूछा कि कॉलेज में पढ़ाई कब शुरू होगी। स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने इस सवाल का सीधा जवाब नहीं दिया। जब प्रभारी संसदीय कार्य मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने इस पर नाराजगी जताई, तो इरफान अंसारी ने कहा कि यह मामला उनके और प्रदीप यादव के बीच का है। इस बहस को बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने बीच बचाव किया और स्थिति को शांत किया।
इरफान अंसारी को माफी मांगनी चाहिए
अब झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता तनुज खत्री ने इरफान अंसारी के खिलाफ सख्त टिप्पणी की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि इरफान अंसारी को सुदिव्य कुमार से माफी मांगनी चाहिए। वो भी सदन में पूरी गंभीरता के साथ। उन्होंने इरफान अंसारी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें आलमगीर आलम की याद आ रही है। उन्होंने कहा कि अगर आलमगीर आलम होते तो कोई मंत्री ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं कर सकता था।
थोड़ा इंतजार कीजिए, इरफान को सही स्थान मिलेगा-जेएमएम
तनुज खत्री ने ये भी लिखा कि इरफान अंसारी को बहुत जल्द सही स्थान मिलेगा, बस थोड़ा इंतज़ार कीजिए। उनके इस बयान से कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं। लोगों ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
जेएमएम-कांग्रेस में दरार के संकेत
पिछले वर्ष नवंबर महीने में संपन्न चुनाव के बाद हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनी गठबंधन सरकार में कांग्रेस कोटे से चार मंत्रियों को शामिल किया गया है, इनमें इरफान अंसारी भी शामिल है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अब कुछ ही महीने बाद सरकार में शामिल दलों के बीच आपसी खींचतान भी साफ नजर आने लगी है।