
एक गिरफ्तारी से संकट में आई सरकार.
तुर्की में विपक्षी दल रिपब्लिकन पीपल्स पार्टी (CHP) के नेता और इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद देशभर में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. उन पर भ्रष्टाचार और आतंकवादी संगठनों से जुड़े होने के गंभीर आरोप लगे हैं. इस गिरफ्तारी के बाद तुर्की की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हो रही हैं. पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए अब तक करीब 350 लोगों को हिरासत में लिया है.
इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद तुर्की में हालात बिगड़ गए हैं. प्रदर्शनकारियों ने इस्तांबुल और अन्य शहरों में सड़कों पर उतरकर विरोध जताया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए रबर की गोलियां और मिर्च गैस का इस्तेमाल किया. राजधानी अंकारा, इजमिर और कई अन्य शहरों में भी विरोध प्रदर्शन हुए. सरकार ने स्थिति को काबू में रखने के लिए चार दिनों तक प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया था, लेकिन इसके बावजूद लोग सड़कों पर उतरे.
आतंकवाद से संबंध के आरोप
राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन की सरकार ने इमामोग्लू पर भ्रष्टाचार और आतंकवादी संगठनों को वित्तीय सहायता देने के आरोप लगाए हैं. वह CHP के एक प्रभावशाली नेता हैं और 2019 में इस्तांबुल के मेयर का चुनाव जीतकर एर्दोगन की पार्टी एकेपी को तगड़ी चुनौती दी थी. उनकी लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें 2028 के राष्ट्रपति चुनाव में एर्दोगन के संभावित प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जा रहा है.
सड़क पर आतंक बर्दाश्त नहीं- एर्दोगन
राष्ट्रपति एर्दोगन ने इन प्रदर्शनों की निंदा की है और कहा है कि सरकार किसी भी तरह की तोड़फोड़ या सड़क पर आतंक को बर्दाश्त नहीं करेगी. सरकार ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में कई राजनेताओं, पत्रकारों और व्यापारियों को गिरफ्तार किया है. अब तक 343 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें इमामोग्लू के समर्थक और CHP के कार्यकर्ता शामिल हैं.
शांतिपूर्ण प्रदर्शन का ऐलान
CHP के नेता ओज़गुर ओज़सेल ने इस्तांबुल में नगर निगम भवन के बाहर एक और रैली का आयोजन किया और पूरे देश में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अपील की. हालांकि, प्रशासन ने प्रदर्शन पर लगे प्रतिबंध को चार और दिनों के लिए बढ़ा दिया है. इस्तांबुल के प्रांतीय गवर्नर, जो एर्दोगन के समर्थक माने जाते हैं, उन्होंने शहर को अन्य हिस्सों से जोड़ने वाले सभी पुलों को बंद करने का आदेश दिया है.
राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी
इस पूरे घटनाक्रम के बीच CHP ने इमामोग्लू को 2028 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पार्टी ने उनके समर्थन में एक प्रतीकात्मक चुनाव कराने की घोषणा की है, जिससे यह संकेत मिलता है कि इमामोग्लू की गिरफ्तारी ने उन्हें और भी मजबूत विपक्षी नेता बना दिया है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि तुर्की की राजनीति में यह घटनाक्रम क्या मोड़ लेता है.