
प्यार में महिला ने दिया धोखा और लूट लिए 24 लाख
कई बार इंसान प्यार में इतना ज्यादा अंधा होता है कि उसे सही और गलत के बारे में कुछ पता ही नहीं चल पाता है और अंत में उसके साथ धोखा हो जाता है. कई बार प्यार के किस्से इतने ज्यादा हैरान करने वाले होते हैं कि लोग इनके बारे में जानकर दंग रह जाते हैं. ऐसा ही एक किस्सा इन दिनों सामने आया है, जहां एक दो बच्चों की मां ने अपने प्रेमी को प्यार में फंसाकर उससे 24 लाख रुपये ऐठ लिए, इस पूरे मामले में हैरान करने वाली बात ये है कि उसे बिल्कुल भी इस बात की खबर नहीं लगी कि उसे लूटा जा रहा है.
हम बात कर रहे हैं लौरा मैकफर्सन के बारे में, जिन्होंने अपने झूठ में प्रेमी को जॉन लियोनार्ड को इस कदर फंसाया कि बंदा अपने 24 लाख रुपये गंवा बैठा! दरअसल मैकफर्सन ने डेटिंग के कुछ समय बाद ही अपने प्रेमी से कहा कि उसे टर्मिनल कैंसर है. मैकफर्सन ने अपने इस झूठ को सच बनाने के लिए कई अस्पतालों और विशेषज्ञों के दौरे की नकली तस्वीरें भी शेयर कीं. जिससे जॉन को इस बात का पूरा यकीन हो गया कि उसे कैंसर है. बस फिर क्या था लियोनार्ड की पूरी कोशिश यही थी कि किसी भी तरह मैकफर्सन की जान बच जाए.
आखिर कैसे पकड़ा गया महिला का झूठ
इसके बाद जॉन ने पैसों से मैकफर्सन की खूब मदद की और इस पैसे का इस्तेमाल उसने कीमोथेरेपी के बजाय ब्रेस्ट सर्जरी और विदेश यात्राओं पर किया. जिसमें ऑस्ट्रिया के एक आलीशान वेलनेस सेंटर में ठहरना भी शामिल था. अपने शौक को पूरा करने के लिए उसने ना सिर्फ अपने प्रेमी को बल्कि उसने अपने दोस्तों, परिवार और यहां तक कि अपनी 12 साल की बेटी को भी इस बीमारी का नाटक कर गुमराह किया. जिससे वो अपने शौक को पूरा कर सके.
हैरानी की बात तो ये है कि उसने अपनी बेटी तक से झूठ बोला कि उसे ब्रेस्ट, बाउल, कोलन, ओवेरियन और सर्वाइकल कैंसर है और उसका इलाज NHS और निजी अस्पतालों में चल रहा है. हालांकि इस राज से पर्दा उस समय उठा जब मैकफर्सन ने अपने प्रेमी से मैनचेस्टर के एक निजी क्लिनिक में मास्टेक्टॉमी और ब्रेस्ट एन्हांसमेंट के लिए £7,000 की डिमांड की. जिसके बाद अपने उसने कॉल करके जब इसके बारे में पूछा तो सारा सच सामने आ गया.
पहले तो जॉन ने इस मुद्दे को लेकर मैकफर्सन से बात की और जब वो नहीं मानी तो उसने मैकफर्सन के खिलाफ डर्बी क्राउन कोर्ट में धोखाधड़ी का केस दर्ज करते हुए अपने इल्जाम को साबित कर दिया. जिसके बाद उसे दुष्ट और चालाक झूठी करार देते हुए दो साल के लिए कम्युनिटी ऑर्डर सुनाया.