यह सुनकर एएसपी ने जो कहा उसका वीडियो वायरल हो गया। सुनिए एएसपी ने क्या कहा: ‘अगर सलार गाजी की याद में मनाते हैं तो बिल्कुल नहीं हेागा। वह लुटेरा था, सच को नहीं छिपाया जा सकता। इतिहास गवाह है कि वह महमूद गजनवी का सेनापति था उसने सोमनाथ को लूटा था, कत्लेआम किया था पूरे देश में, इतिहास जानता है। किसी भी लुटेरे की याद में यहां किसी भी मेले का आयोजन नहीं होगा।
अगर किसी ने कोशिश की तो कठोर कार्रवाई होगी, आप निश्चिंत रहिएगा। फिर कह दूं, किसी भी लुटेरे के प्रति आप अगर कहेंगे कि यह बहुत अच्छा है,
तो उसे बिल्कुल नहीं माना जाएगा। देश के प्रति जिसने भी अपराध किया है उसका साथ जो भी देगा वह भी देश द्रोही है।
यह सुनकर नेजा मेला के आयोजक ने कहा, मगर सर यह परंपरा चली आई है।
इस पर डीएसपी ने कहा, परंपरा नहीं कुरीति थी जो चली आई थी। आप लोग अज्ञानता में अगर कर रहे हैं तो अज्ञानी थे, लेकिन अगर जानबूझकर कर रहे थे तो देशद्रोही थे। मैं फिर पूछ रहा हूं वह सेनापति था कि नहीं था महमूद गजनवी का? उसका सगा भांजा था कि नहीं? सोमनाथ को लूटा था कि नहीं लूटा था?
उन्होंने आगे कहा, जब आप ही कह रहे हैं सोमनाथ को लूटा यह सही है तो इस देश के प्रति उसने अपराध किया था। इस देश के प्रति अपराध करने वाले को कहीं भी बख्शा नहीं जाएगा। कोई नेजा नहीं गढ़ेगा। एक बात बता दूं नेजा नहीं गढ़ेगा तो नहीं गढ़ेगा।
इस पर जब मेला के आयोजक फिर तर्क देते हैं तो पुलिस अफसर ने कहा, सोमनाथ को लूटा था तो उसे लुटेरे की याद में बिल्कुल नेजा नहीं गढ़ेगा। याद रखिए अगर गढ़ा तो देशद्रोही हैं आप। आप ही कह रहे थे कि सोमनाथ को लूटा था तो लुटेरे की याद में कैसे मनाएंगे बिल्कुल नहीं मानेंगे आप।