
भदोही में बन रही अवैध मस्जिद
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में अवैध रूप से मस्जिद बनाने का मामला सामने आया है. यहां हिन्दू बाहुल्य एक गांव में एक व्यक्ति ने मकान का निर्माण शुरू किया और मकान की आड़ में पहले मदरसा बनाया और इसी मदरसे को मस्जिद का रूप दे दिया है. इस संबंध में गांव के लोगों ने डीएम और एसपी से शिकायत की. मामले की जांच कराई गई तो चौंकाने वाले खुलासे हुए. पता चला कि इस मस्जिद में अनजान लोगों का आना जाना बढ़ गया है. इसके बाद डीएम ने मामले की जांच के आदेश दे दिए.
इधर, जांच शुरू होते ही खुद को फंसता देखकर आरोपी व्यक्ति ने खुद ही अवैध निर्माण तोड़ना शुरू कर दिया है. ग्राम प्रधान समेत गांव के कई लोगों ने पिछले महीने अवैध रूप से बनी इस मस्जिद के संबंध में शिकायत की थी. मामला सुरियावां थाना क्षेत्र के जोधापुर गांव का है. ग्राम प्रधान श्रीराम यादव के मुताबिक यहां रहने वाले हाज़ी कमरुद्दीन ने पहले अपने घर का निर्माण शुरू किया था. बाद में इस घर को उसने मदरसा बनाया और अब पूरी तरह से इसे मस्जिद बना दिया है.
पुलिस ने रोका था निर्माण
इस संबंध में उन्होंने 13 फरवरी 2025 को शिकायत की थी. इसके बाद पुलिस ने आकर निर्माण कार्य रोक दिया. अब प्रशासन ने मामले की जांच शुरू की और इसमें खुद को फंसता देखकर कमरुद्दीन ने खुद ही अवैध निर्माण तोड़ना शुरू कर दिया है. ग्राम प्रधान के मुताबिक मदरसा और मस्जिद बनने के बाद पता नहीं कहां से अनजान लोग और हाफ़ी हाज़ी मौलवी मौलाना आदि आने लगे हैं.
खुद तोड़ने लगे अवैध निर्माण
उन्होंने बताया कि पहले ही इसकी उन्होंने तत्कालीन जिलाधिकारी विशाल सिंह और पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक को दी थी. इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई है. बावजूद इसके हाजी कमरुद्दीन ने निर्माण कार्य जारी रखा. यही नहीं, गांव के लोगों को देख लेने की धमकी तक दी. हालांकि अब प्रशासन की जांच में खुद को घिरता देख उसने खुद ही अवैध निर्माण तोड़ना शुरू कर दिया है.
ऐसे गहराया विवाद
स्थानीय लोगों के मुताबिक अवैध रूप से मस्जिद बनाने और बाहरी लोगों को यहां बुलाकर बसाने की साजिश रची जा रही थी. बाहर से आने वाले समुदाय विशेष के लोग यहां आसपास में जमीन और मकान तलाशने लगे थे. इसकी वजह से हिन्दू बाहुल्य इस गांव में हड़कंप मच गया. गांव के लोगों ने खुद आगे बढ़ कर पुलिस और प्रशासन में शिकायत दी. अब प्रशासन ने मामले की व्यापक जांच शुरू की है. वहीं अब मस्जिद का निर्माण करने वाले हाज़ी कमरुद्दीन ने लोगों के आरोप को निराधार बताया. कहा कि वह मदरसा बना रहे थे, लेकिन निर्माण कार्य की वजह से भ्रम की स्थिति बनी है. इसलिए इसे तोड़ा जा रहा है.