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Manmohan Singh Samathi Sathal: पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह की समाधि स्थल बनाने के लिए उनके परिवार की ओर लिखित सहमति मिल चुकी है. उनकी समाधि स्थल पूर्व पीएम चंद्रशेखर के सामने बनेगी.

पूर्व पीएम की समाधि स्थल की जगह फाइनल हो गई है.
हाइलाइट्स
- मनमोहन सिंह की समाधि स्थल की जगह तय हो गई.
- परिवार की ओर से सहमति पत्र सरकार को भेज दिया गया है.
- इसके सामने दिवंगत पीएम चंद्रशेखर का भी समाधि स्थल है.
Manmohan Singh Memorial: दिवंगत प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के समाधि स्थल की जगह पक्की हो गई है. परिवार ने दिल्ली के राजघाट के पास राष्ट्रीय स्मृति स्थल नामक समाधि परिसर के बीच में 900 स्क्वायर मीटर के जमीन के हिस्से के लिए सरकार को लिखित मंजूरी दे दी है. आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्मृति स्थल परिसर में 9 समाधि स्थल हैं, जिनका वास्तुशिल्प डिजाइन समाधि स्थल के समान है.
पिछले सप्ताह परिवार के सदस्यों ने राष्ट्रीय स्मृति स्थल का दौरा किया था. पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी गुरशरण कौर ने सरकार को औपचारिक स्वीकृति पत्र भेजा है. पिछले सप्ताह सिंह की बेटियों उपिंदर सिंह और दमन सिंह ने अपने-अपने पतियों के साथ सर्वेक्षण किया था.
केवल 2 भूखंड बचे थे
इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से आज की तारीख में समाधि परिसर में केवल दो खाली भूखंड बचे हैं. एक भूखंड इसी साल जनवरी में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के परिवार को दिया गया था. राष्ट्रीय स्मृति स्थल के केंद्र की ओर स्थित 900 वर्ग मीटर का दूसरा भूखंड सिंह के परिवार को दिया गया.
ट्रस्ट बनाएगी मेमोरियल
उपिंदर सिंह ने पुष्टि करते हुए बताया कि उनके द्वारा औपचारिक स्वीकृति भेज दी गई है. उन्होंने कहा, ‘भूमि एक ट्रस्ट को आवंटित की जानी है. हम जल्द ही इसे स्थापित करेंगे. शर्त यह है कि हम स्मारक के निर्माण के लिए 25 लाख रुपये तक के एकमुश्त अनुदान के लिए आवेदन कर सकते हैं.’
परिवार ने भरी हामी
सिंह के परिवार के सूत्रों ने कहा कि यह जमीन सरकार द्वारा चुनी गई और अब परिवार ने इसपर हामी भर दी है. इस भूमि के सामने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की समाधि है; इसके पीछे पूर्व राष्ट्रपति आर वेंकटरमन की समाधि है, और दोनों ओर पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह और प्रणब मुखर्जी की समाधि है.
ये अंतिम खाली जगह था
2013 में मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राजघाट के पास एक “कॉमन” स्मारक भूमि बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. विडंबना यह है कि उनके परिवार ने अब उस भूमि को मंजूरी दे दी है जो वहां अंतिम या अंतिम खाली भूमि के टुकड़ों में से एक हो सकती है.
राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर अंतिम संस्कार का भी प्रावधान था
वहीं, 2013 के मंत्रिमंडल के निर्णय में कहा गया था कि दिवंगत पूर्व राष्ट्रपतियों, उप-राष्ट्रपतियों, प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार भी राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर किया जाएगा, जो कि सिंह के मामले में नहीं किया गया.
New Delhi,Delhi
March 07, 2025, 07:15 IST
मनमोहन सिंह की समाधि कहां बनेगी? परिवार ने भरी हामी, सामने EX PM का मेमोरियल