इस्तांबुल के मेयर, एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुए विरोधों के बीच तुर्की की सड़कों पर संग्राम चल रहा है. हालात ऐसे हो गए हैं कि लोकल पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें भी देखी गईं. जवाब में पुलिस टीम ने भी कार्रवाई की, रबर बुलेट और मिर्ची गैसे के गोले दागे. अब तक के प्रदर्शनों में कमोबेश 350 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है.
एकरेम इमामोग्लू, रिपब्लिकन पीपल्स पार्टी (सीएचपी) के नेता हैं और वह देश में एर्दोगन से भी ज्यादा पसंद किए जाने वाले नेता हैं. इस बीच एर्दोगन प्रशासन ने उनपर टेरर फंडिंग समेत भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. इस मामले में उनसे पूछताछ चल रही है. उनपर आरोप है कि वह आतंकवादी संगठनों के समर्थक हैं, जिससे तुर्की में राजनीतिक उथल-पुथल मच गई.
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“तोड़फोड़” या “स्ट्रीट टेरर” स्वीकार नहीं- एर्दोगन
राष्ट्रपति एर्दोगान ने विरोधों की निंदा करते हुए कहा कि उनकी सरकार “तोड़फोड़” या “स्ट्रीट टेरर” को स्वीकार नहीं करेगी और सार्वजनिक संपत्तियों के नुकसान को स्वीकार नहीं करेगी. गौरतलब है कि इस दौरान कई राजनेता, पत्रकार और व्यापारी भी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. मसलन, अब तक 343 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिसमें एर्दोगन के विरोधी नेता के समर्थक-कार्यकर्ता शामिल हैं.
एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी पर तुर्की में उबाल
एर्दोगन के विरोधी नेता एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद एर्दोगन शासन ने इस्तांबुल में चार दिनों के लिए प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को इस्तांबुल में बड़ी रैली की. एंटी राइट पुलिस ने प्रदर्शनों को तितर-बितर करने के लिए रबर बुलेट और मिर्च गैस का इस्तेमाल किया.
सीएचपी नेता ओजगुर ओजेल ने इस्तांबुल में सिटी हॉल के बाहर एक और रैली आयोजित की और देशभर में शांतिपूर्ण प्रदर्शनों की अपील की है. इसके जवाब में, अधिकारियों ने इस्तांबुल में रैलियों पर प्रतिबंध अगले चार दिनों तक बढ़ा दिया. मसलन राजधानी अंकारा से लेकर इजमिर समेत बड़े शहरों में प्रदर्शनों पर रोक लगा दी गई.
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एकरेम इमामोग्लू को CHP ने बनाया राष्ट्रपति उम्मीदवार
आलम ये है कि प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए इस्तांबुल के प्रो-एर्दोगान गवर्नर ने शहर को जोड़ने वाली तमाम ब्रिज को भी बंद करने का निर्देश दिया है. इस दौरान सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने के लिए 54 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 16 पुलिस अधिकारी घायल हो गए.
इस बीच कहा जा रहा है कि कल सीएचपी एक प्रतीकात्मक चुनाव आयोजित करेगी, जिससे पार्टी इमामोग्लू को समर्थन दर्शाना चाहती है. इमामोग्लू की गिरफ्तारी ने उन्हें 2028 के राष्ट्रपति चुनाव में संभावित प्रतिद्वंद्वी बना दिया है, और पार्टी ने भी राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में उनके नाम का ऐलान कर दिया है.