
अब POK लेने की बारी!
कश्मीर को लेकर पाकिस्तान बार-बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर झूठ बोलता है. साजिश करता है और से सवालों में उलझाकर कश्मीर मुद्दे पर दुनिया को भ्रमित करने की कोशिश करता है. लंदन में कश्मीर पर ऐसा ही एक सवाल विदेश एस जयशंकर से किया गया. मगर, कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान जिस सवाल को बाउंसर समझ रहा था, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उसे सीमा रेखा के पार पहुंचा दिया. एस जयशंकर ने भारत का 4 चरण वाला कश्मीर प्लान बताया तो पूरे पाकिस्तान में खलबली मच गई और POK के भारत में विलय की तारीख तय हो गई.
दरअसल, दिल्ली से करीब 7 हजार किलोमीटर दूर लंदन में पाकिस्तान के एक कथित लेखक और पत्रकार ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से एक सवाल पूछा. सवाल से पहले ही दावा कर दिया कि आज एस जयशंकर नर्वस हो जाएंगे. पाकिस्तान के पत्रकार ने सीधे सवाल को जानबूझकर घुमाया लेकिन एस जयशंकर ने उसका इतना सीधा और सटीक जवाब दिया कि लंदन से 6 हजार किलोमीटर दूर इस्लामाबाद तक हड़कंप मच गया.
मेरा सवाल आपको थोड़ा परेशान करेगा
पाकिस्तानी पत्रकार ने कहा, मेरा सवाल आपको थोड़ा परेशान करेगा. कश्मीरी हथियार उठा रहे हैं. भारत कश्मीर पर अवैध रूप से कब्जा कर रहा है और इसीलिए वो विरोध कर रहे हैं. जिस तरह से ट्रंप शांति और शांति समझौता दिखा रहे हैं. क्या पीएम मोदी कश्मीर मसले के हल के लिए डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल कर सकते हैं. 70 लाख कश्मीरियों को कंट्रोल करने के लिए कश्मीर में 10 लाख भारतीय सैनिक तैनात हैं. आप कश्मीर के मसले को सुलझाने के लिए क्या करने जा रहे हो?
इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, हमने कश्मीर में शानदार काम किया है और ज्यादातर काम निपटा चुके हैं. मुझे लगता है कि अनुच्छेद-370 हटाना पहल कदम था. कश्मीर में विकास, आर्थिक गतिविधि और सामाजिक न्याय बहाल करना दूसरा कदम था. कश्मीर में बहुत अधिक मतदान के साथ चुनाव कराना तीसरा कदम था. मुझे लगता है कि हम जिस हिस्से का इंतजार कर रहे हैं वो कश्मीर के चुराए गए हिस्से की वापसी है, जो पाकिस्तानी कब्जे में है. जब ये पूरा हो जाएगा तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कश्मीर का समाधान हो जाएगा.
कश्मीर समस्या का पूर्ण समाधान हो जाएगा
जैसे ही भारत के विदेश मंत्री ने विदेश की जमीन से ऐलान किया कि इन चार चरणों के साथ ही कश्मीर समस्या का पूर्ण समाधान हो जाएगा. इनमें से तीन चरण पूरे हो चुके हैं. यानी 3 चौथाई काम पूरा हो चुका है. आखिरी 25% काम बाकी है. तो क्या POK का भारत में विलय जल्दी होने वाला है? विदेश मंत्री एस जयशंकर के इस जवाब ने POK में मुजफ्फराबाद से लेकर मीरपुर तक पाकिस्तान के विरोध में खड़ी जनता को नई शक्ति दे दी है.
विदेश मंत्री ने कश्मीर समस्या के समाधान का जो चौथा चरण बताया, उसके बाद नर्वस होने की बारी पाकिस्तान की थी और वो नर्वसनेस तुरंत दिखाई भी दी. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफाकत अली खान को सफाई देने उतरना पड़ा. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता शफाकत अली खान ने कहा, हम 5 मार्च 2025 को लंदन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जम्मू और कश्मीर पर भारतीय विदेश मंत्री द्वारा की गई टिप्पणियों को खारिज करते हैं.
एस जयशंकर का सीधा सा उसूल
उन्होंने कहा, ये टिप्पणियां जमीनी हकीकत को गलत तरीके से पेश करती हैं और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करती हैं. जम्मू और कश्मीर एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त विवादित क्षेत्र है. बता दें कि कोई छेड़ेगा तो छोड़ेंगे नहीं…ये विदेश मंत्री एस जयशंकर का सीधा सा उसूल है. लंदन में पाकिस्तान ने भारत के विदेश मंत्री को छेड़ने की कोशिश की और POK का सवाल पाकिस्तान की शहबाज सरकार और मुनीर की सेना पर उलटा पड़ गया है.
पाकिस्तान को डर है कि उसके कब्जे वाले कश्मीर यानी POK में आजादी के नारे अब और तेजी से बुलंद होंगे. POK से उठ रही वंदे-मातरम् की गूंज दिनोदिन और तेज हो जाएगी और उसकी आवाजों से इस्लामाबाद से लेकर रावलपिंडी तक की जुल्मी दीवारें हिल जाएंगी. पिछले 7 दशकों से पाकिस्तान PoK पर कब्जा करके बैठा है लेकिन कश्मीर का ये सबसे खूबसूरत हिस्सा पाकिस्तान से संभाले नहीं संभल रहा है. पीओके के लोग आए दिन सड़कों पर उतर रहे हैं.
POK में अच्छे दिनों की उम्मीद लाने वाला प्लान
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कश्मीर में शांति की चार चरण वाली योजना नहीं बताई है. POK में अच्छे दिनों की उम्मीद लाने वाला प्लान बता दिया है. अब आसिम मुनीर और शहबाज शरीफ को डर है, क्योंकि POK में पाकिस्तान की सेना और सरकार तानाशाही कानूनों के खिलाफ बगावत पहले ही भड़की हुई है. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चौथा चरण लागू करने का वक्त आ गया है. वक्त आ गया है कि अब POK पर भारत का पूर्ण नियंत्रण स्थापित किया जाए क्योंकि POK की जनता भी यही चाहती है.