उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक पत्रकार की दिनदहाड़े हत्या से हड़कंप मच गया। यह वारदात उस समय हुई जब पत्रकार अपने काम से बाइक से निकले थे। पहले से घात लगाए हमलावरों ने उन्हें अपनी गाड़ी से टक्कर मारकर गिरा दिया और फिर गोलियों से भूनकर फरार हो गए। इस सनसनीखेज घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और जांच शुरू कर दी है।
राघवेंद्र बाजपेई की सड़क पर गोली मारकर हत्या
जानकारी के अनुसार, महोली कस्बे के रहने वाले राघवेंद्र बाजपेई एक हिंदी समाचार पत्र में बतौर पत्रकार कार्यरत थे। शनिवार दोपहर वे किसी जरूरी काम से बाइक से निकले थे। जैसे ही वे इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र के ओवरब्रिज के पास पहुंचे, पहले से घात लगाए बैठे हमलावरों ने उनकी बाइक को गाड़ी से टक्कर मार दी।
टक्कर लगते ही पत्रकार सड़क पर गिर पड़े, और इसके बाद बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग सहम गए, लेकिन हमलावर मौके से फरार हो गए। मौके पर ही पत्रकार की मौत हो गई।
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025: भारत-न्यूजीलैंड फाइनल मुकाबले से पहले रोहित शर्मा के रिटायरमेंट की चर्चा तेज
हत्या से इलाके में दहशत, पुलिस जांच में जुटी
पत्रकार की दिनदहाड़े हत्या की खबर आग की तरह फैल गई। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने बनाई टीमें
पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की हत्या के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी। एसपी ने हमलावरों को पकड़ने के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। शुरुआती जांच में रंजिश का मामला सामने आ रहा है, लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।
पुलिस ने राघवेंद्र के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालनी शुरू कर दी है ताकि कोई ठोस सुराग हाथ लग सके। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि हत्यारों की पहचान की जा सके। पुलिस का दावा है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इलाके में भय का माहौल, न्याय की मांग
इस घटना के बाद पत्रकारों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। सभी दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। प्रशासन पर भी कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं।