जयपुर: बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य के लाउडस्पीकर को लेकर को लेकर उठाए गए मुद्दे से सियासत के पारे में जमकर उबाल पर है। इधर, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य को ‘नमूना‘ कहने के बयान पर कुछ संगठनों में जमकर आक्रोश देखने को मिल रहा है। इस बीच डोटासरा के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य भी जमकर बरसे। उन्होंने नमूने वाले बयान को लेकर कहा कि डोटासरा ने साधु संतों का अपमान किया है। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।

डोटासरा ने साधु संतो का अपमान किया है, माफी मांगनी चाहिए

बीजेपी विधायक के लाउडस्पीकर के मुद्दे पर डोटासरा के ‘नमूने‘ वाले बयान से हिंदूवादी संगठनों में काफी आक्र्रोश है। इसको लेकर संगठनों ने जयपुर में रैली निकालकर प्रदर्शन किया। इधर, बाल मुकुंद आचार्य ने डोटासरा के बयान को साधु संतों का अपमान बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें माफी मांगी चाहिए। डोटासरा ने पहले भी विधानसभा स्पीकर के लिए भी अपमानजनक शब्द इस्तेमाल किए थे और टेबल पर चढ़ने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि डोटासरा का ऐसे शब्द बोलने का स्वभाव हैं।

मैंने लाउडस्पीकर को लेकर कोई गलत बात नहीं कही: बालमुकुंद आचार्य

इस दौरान बालमुकुंदाचार्य ने कहा कि लाउडस्पीकर के मुद्दे को लेकर उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा। मैंने तो यही कहा था कि रात को 2 बजे माइक लेकर घूम रहे हैं। सरकारी खम्भांे और सार्वजनिक इमारतों पर माइक लगा रहे हैं। मेरा कहने का मतलब यह था कि कोर्ट का आदेश है, वॉल्यूम कितना होना चाहिए, उस मापदंड पर वॉल्यूम रखा जाए। सुबह 5 बजे माइक चले, इससे कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन रात को 2 बजे माइक चला कर कहते हैं कि जाग जाओ, यह ठीक नहीं है।

लाउडस्पीकर का कितना वॉल्यूम होगा, यह तो तय होना चाहिए

बीजेपी विधायक ने कहा लाउडस्पीकर को लेकर तय होना चाहिए कि उसका वॉल्यूम कितना होगा? उन्होंने कहा कि हम यूपी और एमपी की तरह नहीं कह रहे हैं कि माइक को समेट कर घर में रख दो। हम तो यह निवेदन कर रहे हैं कि इतने सारे माइक से कितना ध्वनि प्रदूषण होगा। मेरे निर्वाचन क्षेत्र हवामहल में ही 160 से ज्यादा मस्जिद हैं, उसके ऊपर जो माइक लगे हैं, उससे कितना ध्वनि प्रदूषण होता होगा?

डोटासरा ने लाउडस्पीकर के मुद्दे पर बीजेपी विधायक को कहा था ‘नमूना‘

इधर, इस मुद्दे के बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बालमुकुंद आचार्य पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे लोग सदन में पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि ‘यह हमारा दुर्भाग्य है कि ऐसे ‘नमूने‘ सदन में पहुंच गए हैं। जनता ने उन्हें हिंदू-मुसलमान करने के लिए विधानसभा नहीं भेजा हैं। उन्होंने कहा कि विधायक कभी महिलाओं के कार्ड चेक करते हैं, कभी बच्चों के पीछे भागते हैं, और कभी अपने गनमैन से केले मंगवाते हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या जनता ने उन्हें इन सब कामों के लिए चुना है? इस दौरान डोटासरा ने विधायक की सुरक्षा पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भगवान करे कि वो सुरक्षित रहें, लेकिन मैं तो डीजीपी से उनकी सुरक्षा की मांग करता हूं, क्या पता उनके नफरत भरे कामों से कब किसका सिर फिर जाए।

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