राहुल गांधी और उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बुधवार को इस केंद्र शासित प्रदेश को नया मुख्यमंत्री मिल गया. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने एक बार फिर से श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (SKICC) में पद और गोपनीयता की शपथ ली. साथ ही पांच विधायकों ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कई बड़े नेताओं ने शिरकत की.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री बनने पर उमर अब्दुल्ला को बधाई दी. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि सीएम उमर अब्दुल्ला और जम्मू-कश्मीर के लोगों को बधाई. हालांकि राज्य के दर्जे के बिना सरकार का गठन आज अधूरा महसूस हुआ. इसके आगे उन्होंने ये भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों से लोकतंत्र छीन लिया गया और आज हम राज्य का दर्जा पूरी तरह से बहाल होने तक अपनी लड़ाई जारी रखने की अपनी प्रतिज्ञा दोहराते हैं.
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Congratulations to CM Omar Abdullah and to the people of Jammu and Kashmir.
However, government formation without statehood felt incomplete today.
Democracy was snatched from the people of Jammu and Kashmir, and today we renew our pledge to continue our fight until statehood
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 16, 2024
‘नई सरकार जनता की उम्मीदों पर खरी उतरेगी’
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा और सीएलपी नेता गुलाम अहमद मीर ने लंबे समय के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभालने के लिए उमर अब्दुल्ला को बधाई दी. दोनों नेताओं ने कहा कि उम्मीद है कि अब्दुल्ला के नेतृत्व में नई सरकार निश्चित रूप से जनता की उम्मीदों पर खरी उतरेगी और उनकी वास्तविक चिंताओं और कठिनाइयों को दूर करने की पूरी कोशिश करेगी.
‘आवाम को चुनी हुई सरकार से बहुत उम्मीदें हैं’
इसके साथ ही नेताओं ने ये भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग बिना किसी गलती के छह साल तक राष्ट्रपति शासन के अधीन रहे हैं. ऐसे में यहां की आवाम को इस चुनी हुई सरकार से बहुत उम्मीदें हैं. दोनों नेताओं ने कहा कि वो लोग उमर अब्दुल्ला की सफलता की कामना करते हैं और आशा करते हैं कि उनके नेतृत्व वाली नई सरकार जम्मू-कश्मीर को समृद्धि, प्रगति और विकास की ओर ले जाएगी.
धारा 370 हटने के बाद ये सूबे में ये पहला विधानसभा चुनाव था. कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने एक साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें गठबंधन ने जीत दर्ज की. मुख्यमंत्री के रूप में उमर अब्दुल्ला का यह दूसरा कार्यकाल होगा. इससे पहले वो 5 जनवरी, 2009 और 8 जनवरी, 2015 के बीच जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे.