
संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस. (फाइल फोटो)
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के महासचिव ने बांग्लादेश के रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सहायता कटौती को अपराध करार दिया. यूएन चीफ का ये बयान तब आया जब वह बांग्लादेश के कॉक्स बाजार क्षेत्र में स्थित दुनिया के सबसे बड़े शरणार्थी शिविरों में से एक का दौरा कर रहे थे, जहां लाखों रोहिंग्या शरणार्थी म्यांमार से भागकर आए हैं.
एंटोनियो गुटेरेस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रोहिंग्या शरणार्थियों और उनके मेजबान समुदायों को बांग्लादेश में मानवीय आपदाओं से बचने के लिए आवश्यक वित्तीय और राजनीतिक सहायता प्रदान करने का आह्वान किया. गुटेरेस 13 मार्च से बांग्लादेश की चार दिवसीय यात्रा पर हैं.
कॉक्स बाजार का किया दौरा
एक दिन पहले यूएन चीफ रोहिंग्या शरणार्थियों के साथ एकजुटता के मिशन पर कॉक्स बाजार की यात्रा की थी. म्यांमार से आए 10 लाख से अधिक रोहिंग्या शरणार्थियों की दुर्दशा निकट भविष्य में संभावित सहायता कटौती को लेकर अनिश्चित बनी हुई है. म्यांमार के रखाइन राज्य में अपनी मातृभूमि से निकाले जाने के बाद भीड़भाड़ वाले अस्थायी शिविरों में रोहिंग्याओं की दुर्दशा देखने के लिए दक्षिण-पूर्वी बांग्लादेश के कॉक्स बाजार की अपनी यात्रा के बाद, गुटेरेस ने अमेरिका और यूरोप के देशों के मानवीय सहायता में कटौती को अपराध बताया.
वित्तीय और राजनीतिक सहायता देने की अपील
बांग्लादेश संगबाद संस्था (बीएसएस) के अनुसार, उन्होंने शरणार्थी शिविरों में मानवीय आपदाओं से बचने के लिए रोहिंग्याओं को अधिक सहायता देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपना आह्वान दोहराया. उन्होंने कहा कि मैं अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से दृढ़तापूर्वक अपील करता हूं कि हमें किसी भी त्रासदी से बचने की अनुमति दें. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अधिक जिम्मेदारी लेने और शरणार्थियों और उनके मेजबान समुदायों दोनों के लिए आवश्यक वित्तीय और राजनीतिक सहायता प्रदान करने का आह्वान किया.
एकजुटता का प्रदर्शन
गुटेरेस ने कहा कि रोहिंग्या शरणार्थियों को शरण देकर, बांग्लादेश ने अक्सर महत्वपूर्ण सामाजिक, पर्यावरणीय और आर्थिक लागत पर एकजुटता और मानवीय गरिमा का प्रदर्शन किया है. गुटेरेस के हवाले से बीएसएस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र रोहिंग्या संकट का स्थायी समाधान खोजने के लिए बांग्लादेश और अन्य देशों के साथ काम करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, जो म्यांमार में उनकी सुरक्षित, स्वैच्छिक, सम्मानजनक और टिकाऊ वापसी को सक्षम बनाता है.
संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों की योजना
उन्होंने कहा कि म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों की स्थिति पर एक उच्च-स्तरीय सम्मेलन के लिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों द्वारा योजना भी अच्छी तरह से चल रही है. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि इस साल, मैंने रोहिंग्या शरणार्थियों और उन्हें शरण देने वाले बांग्लादेशी लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए यहां आने का फैसला किया. संयुक्त ब्रीफिंग में विदेश सलाहकार तौहीद हुसैन ने भी बात की. गुटेरेस आखिरी बार 2018 में कॉक्स बाजार में आए थे.