आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल मुकाबले में भारत और न्यूजीलैंड रविवार (9 मार्च) को आमने-सामने होंगे। भारतीय टीम के उपकप्तान शुभमन गिल ने इस मुकाबले से पहले कहा कि टीम इस बार वह सब कुछ करना चाहेगी, जो पिछले ICC वनडे टूर्नामेंट्स में नहीं कर पाई थी।
गौरतलब है कि भारत को वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा था, जबकि 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने भारत को हराया था। ऐसे में इस बार टीम इंडिया के पास अपने अतीत की गलतियों को सुधारने का मौका है।
“फाइनल का दबाव रहेगा, लेकिन इस बार इतिहास बदलेंगे” – शुभमन गिल
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल ने भी माना कि फाइनल का दबाव खिलाड़ियों के दिमाग पर होगा, लेकिन टीम पूरी तरह से तैयार है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गिल ने कहा –
“भारतीय टीम के लिए यह मेरा दूसरा ICC इवेंट है। मैं इसे लेकर बेहद उत्साहित हूं। हमारी पूरी कोशिश होगी कि इस बार वह हासिल करें, जो पिछली बार नहीं कर सके।”
उन्होंने आगे कहा –
“बड़े मैचों का दबाव हमेशा रहता है, लेकिन जो टीमें इसे बेहतर तरीके से झेलती हैं और फाइनल को लेकर ज्यादा नहीं सोचतीं, वही जीतती हैं। वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों को देखिए, वे नॉकआउट मुकाबलों में इसलिए बेहतर प्रदर्शन करती थीं क्योंकि वे अवसर को खेल से दूर रखते थे और मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देते थे।”
क्या इस बार टूटेगा 12 साल का सूखा?
भारतीय टीम ने आखिरी बार 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था, जब उन्होंने इंग्लैंड को हराकर वनडे फॉर्मेट में ट्रॉफी अपने नाम की थी।
इसके बाद से भारतीय टीम का रिकॉर्ड नॉकआउट में कुछ ऐसा रहा:
- वनडे विश्व कप 2015: सेमीफाइनल (ऑस्ट्रेलिया से हार)
- चैंपियंस ट्रॉफी 2017: फाइनल (पाकिस्तान से हार)
- वनडे विश्व कप 2019: सेमीफाइनल (न्यूजीलैंड से हार)
- वनडे विश्व कप 2023: फाइनल (ऑस्ट्रेलिया से हार)
अब टीम इंडिया के पास न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल जीतकर इतिहास बदलने का सुनहरा मौका है। क्या इस बार रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर 12 साल का सूखा खत्म कर पाएगा? इसका जवाब रविवार को मिलेगा!