295 और अवैध भारतीय अप्रवासियों को अमेरिका से निर्वासित किया जाएगा, हालांकि उनके आगमन और उड़ान की तारीखों का विवरण अभी तक प्रकट नहीं किया गया है। भारत सरकार ने संसद में यह जानकारी दी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार उन 295 लोगों की नागरिकता की जांच कर रही है जो अमेरिकी सेना की हिरासत में हैं। अमेरिकी सरकार ने इन लोगों को वापस भेजने का आदेश दिया है। विदेश मंत्री ने 13 मार्च को राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि केवल उन्हीं लोगों को निर्वासन के लिए स्वीकार किया जाएगा जिनकी भारतीय नागरिकता सत्यापित हो चुकी होगी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि जनवरी 2025 से 13 मार्च तक कुल 388 भारतीयों को अमेरिका से भारत भेजा गया है। इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने सदन को बताया कि 2009 से अब तक कुल 15,952 भारतीयों को अमेरिका द्वारा निर्वासित किया गया है। वर्ष 2019 में अधिकतम 2,042 भारतीयों को निर्वासित किया गया।
इससे पहले 5 फरवरी को जब अवैध प्रवासियों को अमेरिका से भारत लाया गया था, तो कथित तौर पर उनके साथ दुर्व्यवहार और हथकड़ी लगाने की शिकायतें आई थीं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर अमेरिका के समक्ष चिंता व्यक्त की है। हालांकि, सरकार ने स्पष्ट किया कि 15 और 16 फरवरी को अमेरिका से भारत आने वाली उड़ानों में महिला प्रवासियों को हथकड़ी नहीं लगाई गई थी।
शुक्रवार को सीपीएम सांसद जॉन ब्रिट्स ने राज्यसभा में सरकार से पूछा कि हथकड़ी लगाकर भारत भेजे जा रहे अवैध प्रवासियों के खिलाफ क्या कदम उठाए गए हैं। जवाब में केंद्र सरकार ने कहा कि भारत ने अमेरिका के इस तरह के व्यवहार पर कड़ी आपत्ति जताई है। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि अमेरिका ने आश्वासन दिया है कि 15 और 16 फरवरी को आने वाली उड़ानों में महिलाओं और बच्चों को हथकड़ी नहीं लगाई गई थी और अधिकारियों ने स्वयं भारत पहुंचने पर प्रवासियों से बात करने के बाद इसकी पुष्टि की है।
सरकार ने यह भी कहा कि अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन विभाग ने हाल ही में भारत को सूचित किया है कि 295 और भारतीय अवैध अप्रवासियों को शीघ्र ही निर्वासित किया जाएगा। ये सभी अमेरिकी अधिकारियों की हिरासत में हैं और उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। सांसद जॉन ब्रिट्स ने यह भी पूछा कि कितने भारतीय अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं और कितनों को भारत वापस भेजने की योजना है। इस पर सरकार ने कहा कि अमेरिका ने अभी तक यह जानकारी साझा नहीं की है। हालाँकि, 5 फरवरी से अब तक 388 भारतीय अवैध अप्रवासियों को भारत वापस भेजा जा चुका है।
यह भी सवाल उठाया गया कि अमेरिका से लौटने वाली उड़ानें अमृतसर में क्यों उतर रही हैं। सरकार ने कहा कि 40% अवैध अप्रवासी पंजाब से हैं और 34% हरियाणा से आते हैं, इसलिए उन्हें उनके निकटतम स्थानों तक पहुंचाना सुविधाजनक है। केंद्र सरकार के अनुसार, 2009 से 2024 के बीच 15,564 भारतीय अवैध अप्रवासियों को अमेरिका से निर्वासित किया गया। नवंबर 2012 से, संयुक्त राज्य अमेरिका ने अवैध आप्रवासियों को निर्वासित करने के लिए एक स्पष्ट नीति अपनाई है, जिसके तहत महिलाओं और बच्चों को आमतौर पर हथकड़ी नहीं लगाई जाती है, बल्कि उड़ान अधिकारी अंतिम निर्णय लेते हैं।