अमेरिकी दवा कंपनी मर्क (Merck) ने मंगलवार को चीन की जियांगसू हेंगरुई फार्मास्यूटिकल्स के साथ एक बड़ा समझौता किया है. इस डील के तहत मर्क को हार्ट डिजीज की एक नई दवा HRS-5346 पर वैश्विक अधिकार मिल गए हैं. इस डील की कुल वैल्यू 2 बिलियन डॉलर, करीब 16,700 करोड़ रुपये है.
क्या है यह नई दवा?
HRS-5346 एक ओरल यानी खाई जाने वाली दवा है, जो Lipoprotein(a) [Lp(a)] नामक प्रोटीन को कम करती है. आपको बता दें, Lp(a) हाई लेवल पर दिल की बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा बढ़ाता है. दुनिया भर में हर 5 में से 1 व्यक्ति इससे प्रभावित है. यह दवा फिलहाल चीन में Phase 2 क्लिनिकल ट्रायल से गुजर रही है.
डील की मुख्य बातें
मर्क को दुनिया भर (चीन, हांगकांग, मकाओ और ताइवान को छोड़कर) में इस दवा को डेवलप, मैन्युफैक्चर और बेचने का एक्सक्लूसिव अधिकार मिला है. हेंगरुई फार्मा को 200 मिलियन (करीब 1,670 करोड़ रुपये) की अग्रिम राशि मिलेगी. अगर दवा अप्रूव होती है, तो हेंग रुई को 1.77 बिलियन (करीब 14,800 करोड़ रुपये) तक का अतिरिक्त भुगतान मिल सकता है. इसके अलावा, दवा की सेल पर रॉयल्टी भी मिलेगी.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
डॉ. डीन वाई. ली, मर्क रिसर्च लैब्स के प्रेसिडेंट इस रिपोर्ट पर कहते हैं, “Lp(a) दिल की बीमारियों का बड़ा रिस्क फैक्टर है. यह दवा हमारे कार्डियो-मेटाबोलिक पाइपलाइन को मजबूत करेगी.” वहीं, हेंगरुई फार्मा के डॉ. फ्रैंक जियांग कहते हैं, “मर्क के साथ यह पार्टनरशिप HRS-5346 के विकास को तेज करेगी और मरीजों को एक नया विकल्प देगी.”
अब आगे क्या होगा?
यह डील अमेरिकी एंटीट्रस्ट कानून (Hart-Scott-Rodino Act) और अन्य शर्तों पर निर्भर है. 2025 की दूसरी तिमाही तक डील पूरी होने की उम्मीद है. मर्क ने बताया कि इस डील की वजह से उसे 200 मिलियन डॉलर का प्री-टैक्स चार्ज दिखाना पड़ेगा, जिसका असर उसकी कमाई पर पड़ेगा.
आपको बता दें, दुनिया भर में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. Lp(a) टार्गेटेड दवाओं का मार्केट बड़ा है और मर्क इससे फायदा उठाना चाहती है. चीन की फार्मा कंपनियां अब ग्लोबल रिसर्च में आगे आ रही हैं.
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