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Arvind Kejriwal News: आईआईटी कानपुर के एग्जाम में अरविंद केजरीवाल को ट्रोल करते हुए सवाल पूछा गया, जिसमें छात्रों को आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के लिए पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनने के ल…और पढ़ें

IIT ने एग्‍जाम में पूछा- मन की बात सुनना चाहते हैं केजरीवाल लेकिन....मचा बवाल

अरविंद केजरीवाल पर आईआईटी में सवाल पूछा गया. (File Photo)

हाइलाइट्स

  • आईआईटी कानपुर के एग्जाम में केजरीवाल पर सवाल पूछा गया.
  • सवाल में केजरीवाल को पीएम मोदी की ‘मन की बात’ सुनने का जिक्र.
  • मामले ने तूल पकड़ा तो आईआईटी की तरफ से इसपर सफाई दी गई

Arvind Kejriwal News: आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की पार्टी को हाल ही में दिल्‍ली विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. केजरीवाल इंडियन रेवेन्‍यू सर्विस के अधिकारी रह चुके हैं. इससे पहले उन्‍होंने आईआईटी खड़कपुर में पढ़ाई की. हालांकि जिस नामी संस्‍थान में तालीम ली, उसने ही अरविंद केजरीवाल को ट्रोल करने का कोई मौका नहीं छोड़ा. दिल्‍ली चुनाव नतीजों के बाद आयोजित हुए आईआईटी कानपुर के एक एग्‍जाम में बच्‍चों से अरविंद केजरीवाल से पीएम नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को लेकर ऐसा सवाल पूछा गया जो इस वक्‍त जमकर वायरल हो रहा है. मामले ने तूल पकड़ा तो इसपर संस्‍थान की तरफ से भी सफाई दी गई.

दरअसल, सवाल में आईटी क्षेत्र की तकनीकी भाषा में कहा गया कि अरविंद केजरीवाल पीएम मोदी का मन की बात कार्यक्रम रेडियो पर सुनना चाहते हैं, लेकिन एफएम पर इसे ट्यून करने के लिए केजरीवाल के पास पर्याप्‍त पैसा नहीं हैं क्‍योंकि उन्‍होंने अपना अधिकांश पैसा चुनाव प्रचार के दौरान विज्ञापन में ही खर्च कर दिया है. आईआईटी कानपुर की परीक्षा में पूछा गया कि फर्ज कीजिए कि केजरीवाल विविध भारती एफएम पर पीएम मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम सुनना चाहते हैं.

11 फरवरी को हुआ एग्‍जाम
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग (ईएससी201 कोर्स) का यह एग्‍जाम 11 फरवरी को आयोजित परीक्षा में पूछा गया. छात्रों को पूर्व सीएम केजरीवाल के लिए एक फिल्टर डिजाइन करने के लिए कहा गया था, जिसका उपयोग करके केजरीवाल एक रेडियो चैनल का कंटेंट पास कर सकते हैं जबकि आसपास के दो रेडियो चैनलों को 60 डीबी तक कम कर सकते हैं ताकि पीएम के प्रसारण को सुन सकें’. छात्रों को ‘केजरीवाल’ को आर (प्रतिरोधक), एल (प्रारंभ करनेवाला) और सी (संधारित्र) घटकों का उपयोग करके इस फिल्टर को डिजाइन करने में मदद करने के लिए कहा गया था.

चुनाव प्रचार पर ज्‍यादा खर्च किया
सवाल में आगे कहा गया था कि चूंकि केजरीवाल ने चुनाव अभियान पर बहुत पैसा खर्च किया था, इसलिए वह केवल 50 ओम का एक प्रतिरोधक, एक परिवर्तनीय प्रारंभ करने वाला और एक परिवर्तनीय संधारित्र ही खरीद सकते थे. प्रश्न में दो-दो अंक के दो भाग थे, जिसमें छात्रों से R, L और C घटकों का उपयोग करके डिज़ाइन किए गए फ़िल्टर के गुणवत्ता कारक का पता लगाने के लिए कहा गया था.

आईआईटी ने दी सफाई
जब यह सवाल सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो इसे लेकर IIT कानपुर की तरफ से सफाई भी दी गई. उन्‍होंने कहा, “यह हमारे ध्यान में आया है कि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में एक परीक्षा का एक प्रश्न सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि प्रश्न में संकाय सदस्य अक्सर छात्रों के लिए परीक्षा के प्रश्नों को अधिक आकर्षक बनाने के लिए नामी लोगों के संदर्भों को शामिल करता है. अतीत में इसी तरह के संदर्भों में टोनी स्टार्क जैसे चरित्र शामिल थे. इस दृष्टिकोण के पीछे का उद्देश्य पूरी तरह से अकादमिक है, इसके कोई अन्य निहितार्थ नहीं हैं.”

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IIT ने एग्‍जाम में पूछा- मन की बात सुनना चाहते हैं केजरीवाल लेकिन….मचा बवाल

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