Muhammad Yunus News: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने BIMSTEC शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का अनुरोध किया है. हालांकि भारत ने अभी तक इस अनुरोध पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है.
दरअसल, प्रधानमंत्री के अगले महीने 2 से 4 अप्रैल के बीच बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के लिए बैंकॉक में रहने की उम्मीद है. यूनुस भी इसमें भाग ले रहे हैं और बांग्लादेश ने आधिकारिक तौर पर दोनों नेताओं के बीच बैठक की मांग की है, लेकिन भारत ने अभी तक बैठक की पुष्टि नहीं की है. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने पिछले सप्ताह संवाददाताओं से कहा था, “हमने बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक आयोजित करने के लिए भारत से कूटनीतिक संपर्क किया है.”
विदेश मंत्रालय का बयान
इस बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार ( 21 मार्च, 2025 ) को कहा था, “मेरे पास इस समय साझा करने के लिए कोई अपडेट नहीं है.” अल्पसंख्यकों पर हमले, सीमा विवाद, जल बंटवारा और व्यापार समझौते जैसे कई मुद्दों पर भारत और बांग्लादेश के बीच संबंध तनावपूर्ण रहे हैं. वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसदीय परामर्श समिति की बैठक में इस मुद्दे पर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यह मामला अभी विचाराधीन है.
बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हमले
भारतीय सांसदों ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता जताई है. भारत ने बांग्लादेश से इन मामलों में उचित कार्रवाई की मांग की है. बांग्लादेश की सरकार ने कहा कि ये हमले राजनीति से प्रेरित हैं और अल्पसंख्यकों को निशाना नहीं बनाया जा रहा.
भारत बांग्लादेश सीमा विवाद
दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है. अवैध घुसपैठ और सीमा पर होने वाली झड़पें लगातार चिंता का विषय हैं. भारत सीमा पर स्थिरता बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाना चाहता है.
BIMSTEC और क्षेत्रीय सहयोग
भारत BIMSTEC (Bay of Bengal Initiative for Multi Sectoral Technical and Economic Cooperation) को और मजबूत बनाना चाहता है, ताकि यह SAARC का एक बेहतर विकल्प साबित हो. पाकिस्तान की ओर से SAARC को बाधित करने के कारण भारत अब BIMSTEC को प्राथमिकता दे रहा है. बांग्लादेश इस क्षेत्रीय संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
बांग्लादेश के अनुरोध पर भारत की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसदीय परामर्श समिति की बैठक में कहा, “बांग्लादेश के अनुरोध की अभी पुष्टि नहीं हुई है. यह मामला विचाराधीन है.” जयशंकर ने कहा कि भारत अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सहित अन्य मुद्दों पर बांग्लादेश सरकार से चर्चा करता रहेगा. दरअसल, पिछले साल बांग्लादेश में हुई हिंसा और राजनीतिक उथल पुथल के कारण भारत सतर्क रुख अपना रहा है.
BIMSTEC शिखर सम्मेलन और भारत बांग्लादेश संबंध
भारत BIMSTEC को दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के बीच एक मजबूत आर्थिक और रणनीतिक गठजोड़ के रूप में विकसित कर रहा है. यह SAARC की तुलना में अधिक प्रभावी क्षेत्रीय संगठन बनने की ओर बढ़ रहा है. वहीं, शेख हसीना सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है. अंतरिम सरकार भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना चाहती है. बता दें कि भारत बांग्लादेश में स्थिरता और लोकतंत्र को मजबूत करने के पक्ष में है,लेकिन, भारत यह भी सुनिश्चित करना चाहता है कि बांग्लादेश में कट्टरपंथी ताकतें हावी न हों.
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