नई दिल्ली: तमाम जागरुकता अभियान चलाने के बावजूद साइबर ठगी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक युवा कारोबारी को वर्क फ्रॉम होम के जरिए पैसे कमाने के चक्कर में 11 लाख 37 हजार रुपये का चूना लग गया। साइबर ठगों ने पहले पीड़ित के अकाउंट में कुछ पैसे डाले, जिससे उनको भरोसा हो गया। इसका फायदा उठाकर ही ठगों ने उनसे लाखों रुपये ट्रांसफर करवा लिए। पीड़ित को जब तक ठगी का अहसास हुआ तब तक आरोपी जिन खातों में रकम ट्रांसफर किया था, वहां से निकाल चुके थे।टेलिग्राम पर मिला वर्क फ्रॉम का मेसेज
पीड़ित जाहिद मलिक (24) परिवार के साथ पुराना सीलमपुर में रहते हैं। वह मोबाइल स्क्रैप का कारोबार करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि एक दिन उनके टेलिग्राम आईडी पर वर्क फ्रॉम का मेसेज आया, जिसके जवाब में उन्होंने ‘हां’ लिख दिया। इसके बाद उनकी पूरी पर्सनल डिटेल ले ली, जिसमें डेट ऑफ बर्थ और बैंक अकाउंट तक शामिल थे। करीब 20 दिन बाद एक लड़की ने टेलिग्राम आईडी पर संपर्क किया। लड़की का दावा था कि वह एक कंपनी की तरफ से बोल रही है, जो अलग-अलग मर्चेंट के प्रॉडक्ट को बूस्ट करती है। ऐसे ही प्रॉडक्ट को बूस्ट करने पर आपको पैसे मिलेंगे।
पीड़ित ने रजामंदी जता दी, जिसके बाद उन्हें एक वेबसाइट का लिंक भेजा गया। इसे खोल कर उन्होंने रिव्यू देना शुरू किया। इसे एक बताए हुए टेलिग्राम आईडी पर शेयर कर दिया। इसके बदले में उन्हें पंजाब नैशनल बैंक (PNB) के खाते में अगले ही दिन 960 रुपये आ गए। असली ठगी का खेल यहां से शुरू हुआ। अब पीड़ित से कहा गया कि प्रीपेड टास्क दिया जाएगा। अब पहले आप उनके खाते में पैसे ट्रांसफर करेंगे, जिसमें रिवॉर्ड जोड़कर पीड़ित के अकाउंट में ट्रांसफर किया जाएगा। पीड़ित झांसे में आ गए। ठगों के कहने पर अलग-अलग बैंक खातों में 11 लाख 37 हजार 343 रुपये भेज दिए।
पीड़ित जाहिद मलिक (24) परिवार के साथ पुराना सीलमपुर में रहते हैं। वह मोबाइल स्क्रैप का कारोबार करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि एक दिन उनके टेलिग्राम आईडी पर वर्क फ्रॉम का मेसेज आया, जिसके जवाब में उन्होंने ‘हां’ लिख दिया। इसके बाद उनकी पूरी पर्सनल डिटेल ले ली, जिसमें डेट ऑफ बर्थ और बैंक अकाउंट तक शामिल थे। करीब 20 दिन बाद एक लड़की ने टेलिग्राम आईडी पर संपर्क किया। लड़की का दावा था कि वह एक कंपनी की तरफ से बोल रही है, जो अलग-अलग मर्चेंट के प्रॉडक्ट को बूस्ट करती है। ऐसे ही प्रॉडक्ट को बूस्ट करने पर आपको पैसे मिलेंगे।
पीड़ित ने रजामंदी जता दी, जिसके बाद उन्हें एक वेबसाइट का लिंक भेजा गया। इसे खोल कर उन्होंने रिव्यू देना शुरू किया। इसे एक बताए हुए टेलिग्राम आईडी पर शेयर कर दिया। इसके बदले में उन्हें पंजाब नैशनल बैंक (PNB) के खाते में अगले ही दिन 960 रुपये आ गए। असली ठगी का खेल यहां से शुरू हुआ। अब पीड़ित से कहा गया कि प्रीपेड टास्क दिया जाएगा। अब पहले आप उनके खाते में पैसे ट्रांसफर करेंगे, जिसमें रिवॉर्ड जोड़कर पीड़ित के अकाउंट में ट्रांसफर किया जाएगा। पीड़ित झांसे में आ गए। ठगों के कहने पर अलग-अलग बैंक खातों में 11 लाख 37 हजार 343 रुपये भेज दिए।
धोखाधड़ी की NCRP पर की कंप्लेंट
पीड़ित कारोबारी के खाते में जब पैसे वापस नहीं आए तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ। लिहाजा उन्होंने नैशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) इसकी कंप्लेंट की। इसके बाद नॉर्थ ईस्ट जिला साइबर थाना पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद गुरुवार को भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके मुताबिक, कोई शख्स किसी को बहलाकर उसकी प्रॉपर्टी या रकम हड़प लेता है। इसके तहत सात साल तक की सजा या जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। पुलिस फिलहाल बैंक खातों और फोन नंबर की डिटेल खंगाल रही है, ताकि आरोपियों का पता लगाया जा सके।
कैसे बचें ऐसे फ्रॉड से
- पार्ट टाइम जॉब ऑफर वाली वेबसाइट की पूरी पड़ताल करें।
- होस्ट चीन, हॉन्ग कॉन्ग या जॉर्जिया से है तो भरोसा नहीं करें।
- पूरी पड़ताल करने के बाद ही ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब करें।
- किसी अनजान शख्स के कहने पर तुरंत पैसा ट्रांसफर नहीं करें।
- फोन पर किसी भी अनजान नंबर से लिंक आए तो क्लिक न करें।