अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ प्लान ने दुनियाभर में तो ट्रेड वॉर जैसी स्थिति पैदा कर ही दी है, लेकिन इसका खामियाजा अमेरिकियों को भी भुगतना पड़ेगा. एक्सपर्ट्स ने अमेरिका और जवाब में दूसरे देशों की ओर से लगाए जा रहे टैक्स को देखते हुए अनुमान जताया है कि इससे बेरोजगारी बढ़ेगी और महंगाई की भी मार अमेरिकियों को झेलनी पड़ेगी. अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी है कि ट्रंप की व्यापार नीतियों से कीमतें बढ़ेंगी, प्रोडक्शन कम होगा, आपूर्ति बाधित होगी और आर्थिक अस्थिरता आएगी.
सोमवार (3 मार्च, 2025) को अमेरिकी सरकार के टैरिफ ऐलान से पहले ही एक दस्तावेज में चिंता जताई गई थी कि टैरिफ बढ़ाए जाने से प्रोडक्सन पर असर पड़ेगा. उसमें तर्क दिया गया कि अगर ट्रंप ने कनाडा और मेक्सिको के लिए टैरिफ बढ़ाया तो सामानों के फैक्ट्री गेट प्राइस में बढ़ोतरी होगी, जिसकी वजह से प्रोडक्शन पर असर पड़ेगा. फैक्ट्री गेट प्राइस किसी सामान की टैक्स लगाए जाने से पहले की कीमत होती है.
ट्रंप के टैरिफ प्लान से बढ़ेगी बेरोजगारी
कनेडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के सीईओ कैंडेस लेइंग ने कहा कि ट्रंप का यह फैसला अमेरिका और कनाडा को मंदी, बेरोजगारी और आर्थिक आपदा की ओर मजबूर कर रहा है. उन्होंने कहा कि ट्रंप जो टैरिफ लगा रहे हैं, वो अमेरिकियों के लिए टैक्स है. कैंडेस ने कहा कि ट्रंप अमेरिका के स्वर्ण युग की शुरुआत की बातें कर रहे हैं, लेकिन उनके ये फैसले उपभोक्ताओं और उत्पादकों के लिए लागत बढ़ाएंगे, जिसकी वजह से प्रोडक्शन और आपूर्ति श्रंखला बाधित होगी.
अमेरिकियों का बढ़ेगा बोझ
ट्रंप के टैरिफ प्लान से ग्रोसरी मार्केट बड़े स्तर पर प्रभावित होगा. खाद्य मुद्रास्फिती (Food Inflation) पहले से ही अमेरिकियों के लिए चिंता का विषय है. अमेरिका मेक्सिको से बड़े लेवल पर सब्जियां, फल और फ्रोजन जूस खरीदता है. 2023 में अमेरिका ने 10 अरब डॉलर की सब्जियां और 11 अरब डॉलर के फल और जूस खरीदे थे. अब नए टैरिफ लगने से अमेरिकियों का घर खर्च बढ़ेगा. इसके अलावा, मेक्सिको से आने वाले एवेकेडो, बीयर, टकीला और खाद्य सामानों की कमीतों में वृद्धि का बोझ भी अमेरिकियों पर पड़ेगा.
अमेरिका में इस्तेमाल किए जाने वाले आधे से ज्यादा ऑटोमोटिव व्हीकल्स, पार्ट्स और इंजन मेक्सिको और कनाडा में बनते हैं. ट्रंप के ऐलान से ऑटोमोटिव सेक्टर भी प्रभावित होगा.
ट्रंप के ऐलान से शेयर मार्केट को लगा झटका
टैरिफ की खबरों का असर शेयर बाजार में भी देखने को मिला. शेयर मार्केट जबरदस्त तरीके से नीचे गया, जबकि सेफ-हेवन बॉन्ड्स में बढ़ोतरी देखी गई. सोमवार को यूएस वॉल स्ट्रीट का मुख्य स्टोक इंडेक्स नीचे गिर गया और देर रात काफी कम पर बंद हुआ. एस एंड पी 500 1.75 फीसदी की गिरवट के साथ 5,850.31 पॉइंट्स पर बंद हुआ, जबकि नसदाक कोम्पोसाइट (Nasdaq Composite) 2.64 पर्सेंट की गिरावट के साथ 18,350 पर आ गया. डोउ जोंस इंडस्ट्रियल एवरेज 1.47 पर्सेंट की गिरावट के साथ 43,197.30 पर बंद हुआ.
चीन, कनाडा और मेक्सिको ने भी अमेरिकी इंपोर्ट पर लगाए टैरिफ
चीन, कनाडा और मेक्सिको पर अमेरिका ने ट्रैरिफ लगाया, जिसके बाद इन देशों ने भी अमेरिकी इंपोर्ट पर जवाब में टैरिफ लगा दिए. चीन पर अमेरिका ने 20 फीसदी का टैरिफ लगाया है, जिसके बाद चीन ने अमेरिकी इंपोर्ट पर 10 से 15 फीसदी तक के अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. उधर, कनाडा और मेक्सिको को एक महीने की मोहलत देने के बाद 3 मार्च से ट्रंप प्रशासन ने 25 पर्सेंट का टैरिफ लगा दिया. कनाडाई एनर्जी प्रोडक्ट्स पर 10 फीसदी एक्स्ट्रा टैरिफ लगाया गया है. कनाडा ने भी अमेरिकी सामानों पर 25 पर्सेंट का टैरिफ लगाया है
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