इथियोपिया-इरिट्रिया में युद्ध की आशंका
अब हाल के हफ्तों में हुई हिंसा से एक नए युद्ध की आशंकाएं उभर रही है। मौजूदा तनाव को देखते हुए इरिट्रिया ने कथित तौर पर देशव्यापी सैन्य लामबंदी का आदेश दिया है। वहीं, इथियोपिया ने भी अपनी सीमा की ओर सैनिकों को तैनात किया है। इथियोपिया की सेना और फ़ानो के बीच लड़ाई जुलाई 2023 में शुरू हुई, जो 2022 के शांति समझौते की शर्तों के बारे में कई अमहारा लोगों के बीच विश्वासघात की भावना से प्रेरित थी।
इथियोपियाई सेना ने क्या कहा
इथियोपियाई सेना ने शुक्रवार को एक बयान में कहा: “खुद को फानो कहने वाले चरमपंथी समूह ने ऑपरेशन यूनिटी के नाम से अमहारा क्षेत्र के विभिन्न (क्षेत्रों) में हमले किए। अब इस चरमपंथी समूह को नष्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान 317 फानो लड़ाके मारे गए और 125 घायल हो गए। सेना ने कहा है कि वह इस चरमपंथी समूह के खिलाफ हमलों को जारी रखेगा और उनके पूर्ण उन्मूलन तक शांत नहीं बैठेगा।
फानो मिलिशिया ने दावों को खारिज किया
इस बीच वोलो बेते-अमहारा में अमहारा फानो के प्रवक्ता अबेबे फंताहुन ने इथियोपियाई सेना के दावे को खारिज किया है। उन्होंने शुक्रवार देर रात बताया कि इथियोपियाई सेना ने उनके 30 लड़ाकों को भी नहीं मारा है। अमहारा क्षेत्र के गोंडार में फानो के प्रवक्ता योहानेस निगुसु ने कहा कि लड़ाई में 602 इथियोपियाई सेना के सैनिक मारे गए और 430 घायल हो गए, जबकि 98 सैनिकों को पकड़ लिया गया और मिलिशिया द्वारा हथियार जब्त कर लिए गए हैं।
मृतकों की संख्या पर शक
अबेबे ने राष्ट्रीय सेना के इस दावे को भी “झूठ” बताया कि ब्रिगेडियर जनरल मिगबे हैले, जो टीपीएलएफ के एक गुट से जुड़े एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी हैं, ने फानो के ऑपरेशन यूनिटी का समर्थन किया और मिलिशिया से अपने किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया। हालांकि, लड़ाई में मारे गए लोगों की संख्या की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है। सेना के प्रवक्ता गेटनेट एडाने और संघीय सरकार के प्रवक्ता लेगेसी तुलु ने मृतकों की संख्या पर टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया।