Global Muslim Population: प्यू रिसर्च सेंटर के एक अध्ययन के अनुसार, साल 2070 तक इस्लाम दुनिया का सबसे बड़ा धर्म बन जाएगा. प्रजनन दर और युवा जनसंख्या इस्लाम की तेजी से बढ़ती मुस्लिम आबादी के पीछे के मुख्य कारण हैं. वर्तमान में, इस्लाम दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है, लेकिन 2070 तक यह ईसाई धर्म को पीछे छोड़ देगा.
प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट विश्व धर्मों का भविष्य के अनुसार मुस्लिम महिलाओं में औसतन 3 से अधिक बच्चे होते हैं, जो दुनिया की औसत प्रजनन दर से अधिक है. इसके साथ ही मुस्लिम आबादी का एक तिहाई हिस्सा 15 वर्ष से कम आयु का है. रिपोर्ट के मुख्य शोधकर्ता कॉनराड हैकेट ने बताया कि आने वाले वर्षों में बड़ी संख्या में मुस्लिम युवा प्रजनन आयु तक पहुंचेंगे, जिससे इस्लाम की आबादी किसी भी अन्य धर्म की तुलना में तेजी से बढ़ेगी.
ईसाई धर्म और हिंदू धर्म का भविष्य
ईसाई धर्म भी तेजी से बढ़ रहा है, विशेष रूप से अफ्रीका में. जहां उच्च जन्म दर के कारण 2050 तक 40 प्रतिशत अफ्रीकी ईसाई धर्म के अनुयायी होंगे. हालांकि, 2070 तक इस्लाम की वृद्धि की दर इतनी अधिक होगी कि यह ईसाई धर्म को दुनिया का सबसे बड़ा धर्म बनने से रोक देगी. हिंदू धर्म की बात करें, तो इसकी जनसंख्या में भी वृद्धि जारी रहेगी, खासकर भारत में. लेकिन 2050 तक, भारत में मुस्लिम आबादी इंडोनेशिया से भी अधिक हो जाएगी. हालांकि, भारत में हिंदुओं की संख्या अभी भी मुसलमानों से अधिक होगी.
2070 में प्रमुख धर्मों की स्थिति
रिपोर्ट के अनुसार, मुस्लिम आबादी का तेजी से विस्तार होगा और 2070 तक यह ईसाई धर्म को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे बड़ा धर्म बन जाएगी.
मुसलमानों की संख्या में 70 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होने की उम्मीद है.
ईसाई धर्म मुख्य रूप से अफ्रीका में प्रजनन दर के कारण बढ़ेगा.
हिंदू धर्म भारत में मजबूत रहेगा, लेकिन मुस्लिम जनसंख्या बढ़ने के बावजूद हिंदुओं की संख्या अधिक होगी.
बौद्ध धर्म स्थिर रहेगा, जबकि लोक धर्म और आदिवासी धर्म भी कुछ वृद्धि देखेंगे.
अमेरिका और यूरोप में मुस्लिम आबादी की वृद्धि
अमेरिका और यूरोप में भी मुस्लिम आबादी में तेज़ी से वृद्धि देखी जाएगी. 2050 तक, यूरोप में मुसलमानों की संख्या 10.2 फीसदी होगी, जो 2010 में 5.9 फीसदी थी. अमेरिका में मुस्लिम आबादी 1 फीसदी से बढ़कर 2.1 फीसदी हो जाएगी. अमेरिका में मुस्लिम आबादी की संख्या यहूदियों से भी अधिक हो जाएगी.