Shreyas Iyer 97 not out Reason: गुजरात टाइटन्स (GT) के खिलाफ आईपीएल 2025 के अपने पहले मैच में पंजाब किंग्स (PBKS) की पारी के 17वें और 20वें ओवर के बीच पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने केवल चार गेंदों का सामना किया और सात रन बनाए. वह 97 रन बनाकर नॉट आउट लौटे. खास बात यह रही कि डेथ ओवर्स में एक बार भी उनके दिमाग में तीन अंकों तक पहुंचने का ख्याल नहीं आया.
श्रेयस के साथ नॉन स्ट्राइकर पर मौजूद शशांक सिंह ने आखिरी तीन ओवरों में स्ट्राइक संभाली और पंजाब के लिए चौकों और छक्कों की झड़ी लगा दी. शशांक ने कहा कि श्रेयस का संदेश बिल्कुल साफ था- मेरे शतक के बारे में मत सोचो, बस जितने चौके लगा सकते हो लगाओ.’
शशांक ने ठीक वैसा ही किया. PBKS की पारी के 16वें ओवर में सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए शशांक जिकी पिछले आईपीएल में फिनिशर के तौर पर अपनी पहचान बनी थी, उन्होंने गुजरात के खिलाफ सिर्फ 16 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाए, जिसमें छह चौके और दो छक्के शामिल थे, जिससे पंजाब का स्कोर 5 विकेट पर 243 रन हो गया.
शशांक ने पारी के ब्रेक में स्टार स्पोर्ट्स से कहा- मैं ईमानदारी से कहूं तो श्रेयस ने पहली गेंद से ही कहा कि मेरे शतक की चिंता मत करो! मैं बस गेंद को देख रहा था और उस पर रिएक्ट कर रहा था.
श्रेयस को आखिरी ओवर में स्ट्राइक नहीं मिली और शशांक ने 20वें ओवर में मोहम्मद सिराज को पांच चौके लगाकर 23 रन बटोरे. अंत में यही निर्णायक कारक साबित हुआ क्योंकि PBKS ने हाई-स्कोरिंग मुकाबला 11 रन से जीता. अगर शशांक ने श्रेयस को स्ट्राइक देने के बारे में सोचा होता, ताकि वह अपना शतक पूरा कर सकें, तो कौन जानता है कि पंजाब का कुल स्कोर क्या होता?
शशांक बोले-मैंने स्कोरकार्ड नहीं देखा…
श्रेयस अय्यर के शतक से चूकने पर शशांक सिंह ने कहा, ‘मैंने स्कोरबोर्ड नहीं देखा था, मैंने आखिरी ओवर में श्रेयस को स्ट्राइक देने पर विचार किया था, लेकिन इससे पहले कि वह कुछ कह पाते, कप्तान खुद उनके पास आए और उनसे अधिक से अधिक बाउंड्री लगाने का आग्रह किया.
शशांक ने अहमदाबाद में संवाददाताओं से कहा- मैंने स्कोरबोर्ड पर ध्यान नहीं दिया. पहली गेंद पर मैंने शॉट मारा, उस पर नजर डाली और देखा कि श्रेयस 97 रन पर हैं. मैंने कुछ नहीं कहा, वह सिर्फ मेरे पास आए और कहा शशांक, मेरे शतक की चिंता मत करो. जाहिर है मैं पूछने वाला था क्या मुझे तुम्हें एक रन देना चाहिए या कुछ और, लेकिन इसके लिए बहुत हिम्मत और साहस की जरूरत होती है, आईपीएल में शतक आसानी से नहीं मिलते हैं.
श्रेयस ने मुझे प्रेरित किया: शशांक
छत्तीसगढ़ के ऑलराउंडर ने कहा कि श्रेयस के इस एक्ट ने उन्हें और भी प्रेरित किया. श्रेयस ने जिस तरह से मुझसे कहा- शशांक, जाओ और हर गेंद पर चौका या छक्का मारो. इससे मेरा कॉन्फिडेंस और बढ़ गया. यह एक टीम गेम है, लेकिन उस समय निस्वार्थ होना मुश्किल है, श्रेयस उनमें से एक थे, मैं उनको पिछले 10-15 सालों से जानता हूं, वह अब भी वैसा ही है. भगवान की कृपा से, हमने अच्छा प्रदर्शन किया.
शशांक ने अपने दोस्त श्रेयस की भी प्रशंसा की, जिन्होंने मुंबई में उनके साथ एज कैटगरी क्रिकेट खेला था. इस मुकाबले में श्रेयस ने गुजरात टीम के चेज में 13वें ओवर के बाद वैशाक विजयकुमार को इम्पैक्ट सब के रूप में उतारा और दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने अपनी बेहतरीन वाइड यॉर्कर से अच्छी तरह से सेट बल्लेबाजों जोस बटलर और शेरफेन रदरफोर्ड पर ब्रेक लगा दिया.
शशांक ने इस पर कहा- श्रेयस सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक हैं, वह अपनी सोच से काम करते हैं, मुझे भी लगता है कि वैशाक विजयकुमार (इम्पैक्ट सब के रूप में) को लाने का यह सही समय था.