अमेरिका के कैलिफोर्निया में मंदिर में हुई तोड़फोड़ पर हिंदू महासभा समेत कई संगठनों ने नाराजगी जताई है. हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पहले हम पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों की बात करते थे, लेकिन अब हमारा धर्म इंग्लैंड और अमेरिका जैसे विकसित देशों में भी सुरक्षित नहीं है.’
न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा, ‘मुझे ट्रंप सरकार पर पूरा भरोसा है और मुझे पूरी उम्मीद है कि जिन लोगों ने ऐसा किया है उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी’. उन्होंने आगे कहा, ‘सभी विकसित देशों को हिंदुओं की रक्षा के लिए एक साथ आगे आना चाहिए. कहीं न कहीं अमेरिका में स्थानीय सरकार से नफरत करने वाले लोगों को संरक्षण मिल रहा है’.
‘नफरती लोगों को स्थानीय प्रशासन से मिल रहा संरक्षण’
कैलिफोर्निया के चीनो हिल्स में हिंदू मंदिर पर हुए हमले को लेकर स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा, ‘नफरती लोगों को स्थानीय प्रशासन की तरफ से संरक्षण दिया जा रहा है, जबकि हिंदू हमेशा मानवता की भलाई की बात करता है’.
‘विकसित देशों में भी हिंदू सुरक्षित नहीं’
हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा, ‘डोनाल्ड ट्रंप ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के खिलाफ आवाज उठाई है लेकिन अब तो अमेरिका में ही हिंदू मंदिर पर हमले हो रहे हैं. अब विकसित देशों में भी हिंदू सुरक्षित नहीं है पुजारी सुरक्षित नहीं है हमारे मंदिर सुरक्षित नहीं है इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण क्या हो सकता है’.
#WATCH | Noida, UP | On Hindu temple in Chino Hills, California vandalised, Hindu Mahasabha President Swami Chakrapani Maharaj says, “It’s unfortunate how earlier we used to talk about countries like Pakistan and Bangladesh, but now our religion is not safe even in developed… pic.twitter.com/xKIXohHxA7
— ANI (@ANI) March 9, 2025
‘संयुक्त राष्ट्र संघ विचार करे’
उन्होंने कहा, ‘मेरी संयुक्त राष्ट्र संघ से मांग है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदू मंदिरों की कैसे रक्षा हो वो इस पर विचार करे. हिंदू तो पूरे विश्व के कल्याण की बात करता है ऐसे में हिंदू मंदिरों पर हमले बहुत सोचनीय है. ट्रंप सरकार को इस पर सख्त एक्शन लेना चाहिए जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं उन्हें गिफ्तार कर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चचित की जाए’.
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