दुबई की धीमी पिच पर भारतीय टीम ने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य 252 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान शुरुआत अच्छी की। कप्तान रोहित शर्मा ने पहले ही ओवर में छक्का उड़ाते हुए दूसरी गेंद पर टीम और अपना खाता खोला तो शुभमन गिल थोड़े संभलते दिखे। इन दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 18.4 ओवरों में 105 रनों की साझेदारी की। हालांकि, उपकप्तान शुभमन गिल रफ्तार पकड़ते इससे पहले ही 50 गेंदों में 31 रन बनाकर चलते बने। इस दौरान रोहित ने 41 गेंदों में हाफ सेंचुरी पूरी की। इसके कुछ ही देर बाद विराट कोहली भी चलते बने। वह सिर्फ एक रन बना सके।
रोहित शर्मा के आउट होने के बाद लगा आएगा ट्विस्ट
टीम इंडिया को तीसरा झटका रोहित शर्मा के रूप में लगा, जो रनों की गति बढ़ाने के चक्कर में बड़ा शॉट खेलना चाहते थे। वह रचिन रविंद्र की गेंद पर शॉट चूके और स्टंप आउट होकर पवेलियन लौट गए। हालांकि, इससे पहले उन्होंने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में किसी भी कप्तान की ओर से दूसरा सबसे बड़ा स्कोर बनाया। उन्होंने 83 गेंदों में 7 चौके और 3 छक्के की मदद से 76 रनों का स्कोर किया। यहां से श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल टीम को 183 रनों तक पहुंचाया।
श्रेयस अय्यर भी आउट हुए, लेकिन काम कर गए
ऐसा लग रहा था कि भारत मैच आसानी से जीत लेगा तो श्रेयस अय्यर 48 रनों के निजी स्कोर पर पर आउट हो गए। यह विकेट सैंटनर के खाते में गया। इसके बाद अक्षर पटेल को केएल राहुल का साथ मिला और टीम इंडिया 41वें ओवर में राहुल के छक्के से 200 रनों को पार कर गई। यहां मैच में एक और ट्विस्ट आया। अक्षर पटेल 29 रन के स्कोर पर ब्रासवेल की गेंद पर चलते बने। हार्दिक पंड्या 18 रन पर आउट हुए, लेकिन इससे रिजल्ट पर कोई असर नहीं पड़ा।
न्यूजीलैंड की पारी का रोमांच
इससे पहले स्पिनर कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती ने हालात का फायदा उठाते हुए बेहतरीन गेंदबाजी की लेकिन डेरिल मिचेल और माइकल ब्रासवेल ने संयम के साथ अर्धशतक लगाते हुए न्यूजीलैंड को फाइनल में 7 विकेट पर 251 का मजबूत स्कोर दिया। डेरिल मिचेल ने 101 गेंद में 63 रन बनाए, जबकि ब्रासवेल ने 40 गेंद में 53 रन जोड़े। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन उसके स्टार बल्लेबाज टिककर खेल नहीं सके जिसके बाद इन दोनों ने पारी को संभाला।
कुलदीप और वरुण चक्रवर्ती ने कमाल ही कर दिया
न्यूजीलैंड ने अच्छी शुरुआत करते हुए दस ओवर में एक विकेट पर 69 रन बना लिये थे। छठे ही ओवर में गेंदबाजी के लिए आए वरुण ने विल यंग को पवेलियन भेजा। वहीं कप्तान रोहित शर्मा ने कलाई के स्पिनर कुलदीप को 11वें ओवर में गेंद सौंपी जिससे मैच का नक्शा ही बदल गया। कुलदीप ने पहली ही गेंद पर रचिन रविंद्र को पवेलियन भेजा जब उनकी गुगली सीधे स्टंप पर जा लगी। इसके साथ ही 57 रन की पहले विकेट की साझेदारी भी खत्म हो गई जिसमें रविंद्र ने हार्दिक पंड्या को लगातार छक्का और दो चौके लगाये थे। उन्हें 28 के स्कोर पर मोहम्मद शमी ने अपनी ही गेंद पर जीवनदान दिया था।
स्पिन अटैक के आगे कीवी बल्लेबाज बुरी तरह फेल दिखे
अगले ओवर में कुलदीप ने केन विलियमसन का रिटर्न कैच लपककर न्यूजीलैंड को सबसे करारा झटका दिया। न्यूजीलैंड ने 12.2 ओवर में 75 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे। भारत के चौतरफा स्पिन आक्रमण का कीवी टीम सामना नहीं कर सकी और अगली 81 गेंद में कोई चौका नहीं लगा। ग्लेन फिलिप्स ने कुलदीप को लांग आफ पर छक्का लगाकर इस दबदबे को तोड़ा। यदा कदा सौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले कुलदीप और वरुण को पिच से काफी सहायता मिली। वहीं अक्षर पटेल और रविंद्र जडेजा ने रफ्तार के सहारे कीवी बल्लेबाजों को परेशान किया। भारतीय स्पिनरों ने 38 ओवर डाले और सिर्फ 144 रन दिये।
आखिरी में डेरिल मिचेल ने टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया
वरुण ने फिलिप्स को आउट करके पांचवें विकेट की 57 रन की साझेदारी तोड़ी। फिलिप्स उनकी गुगली का शिकार हुए। दूसरे छोर पर मिचेल इक्के दुक्के रन लेकर स्कोर को आगे बढाते रहे और 91 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने 46वें ओवर में शमी को दो चौके लगाये और ब्रासवेल के साथ छठे विकेट के लिये 46 रन की साझेदारी भी की। शमी ने ही उन्हें पवेलियन भेजा और कवर्स में रोहित ने उनका कैच लपका। न्यूजीलैंड ने आखिरी पांच ओवरों में 50 रन बनाए।