Indian Force: भारत सैन्य साजो सामान और एडवांस टोड आर्टलरी गन सिस्टम (ATAGS) खरीदने जा रहा है, जिसके लिए 61 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. भारत के मिलिट्री मॉर्डनाइजेशन को देखकर पाकिस्तान के होश उड़ गए हैं. एक पाक एक्सपर्ट का कहना है कि इंडिया जब-जब इस तरह के डेवलपमेंट करता है तो पाकिस्तान की परेशानी बढ़ जाती है और उसकी इंसिक्योरिटी बढ़ जाती है.
पाक एक्सपर्ट कमर चीमा ने कहा कि जब इंडिया मिलिट्री हार्डवेयर खरीदता है तो पाकिस्तानी भी सोचना शुरू कर देते हैं कि क्या करें. पाक हुकूमत सोचती है कि भारत के पास टैंक हैं तो हमारे पास भी होने चाहिए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को लगता है कि वो इंडिया से वैसल-टू-वैसल कॉम्पटीशन नहीं कर सकता है इसलिए वह अपनी एयर सुप्रियोरिटी पर ध्यान दे रहा है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास तगड़ी एयरफोर्स है. अगर भारत मिलिट्री मॉडर्नाइजेशन कर रहा है तो हमारे पास भी हाईटेक हथियार हैं. हम चीन के साथ J-35 और फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट पर काम कर रहे हैं. हमारे पास J-16 भी मौजूद हैं और JF-17 भी हैं. J-10 भी हमने लिए हैं तो हमारे पास एयरफोर्स तगड़ी है.
कमर चीमा ने कहा कि एक बार ऐसी खबर आई थी पूर्व आर्मी चीफ जनरल बाजवा के हवाले से कि हमारे टैंक पुराने हो गए हैं इसलिए हम इंडिया का मुकाबला नहीं कर सकते हैं. फौज ये कहती है कि हमने तो पिछले कुछ अरसे में बड़े टैंक खरीदे हैं क्योंकि हमारी इंडिया से जो लड़ाई होगी वो उसमें महत्वपूर्ण रोल प्ले करेंगे. कमर चीमा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमें खतरा है, लेकिन इंडिया के साथ हम वैसल-टू-वैसल कॉप्टीशन नहीं कर सकते. हम अपनी एयर सुप्रियोरिटी पर काम कर रहे हैं. वो अपने मिलिट्री मॉडर्नाइजेशन कर रहे हैं.’
उन्होंने कहा कि हमारा जो रिजनल कैलकुलस है, उसमें हमारी समझ ये है कि इंडिया के साथ डॉग फाइट होनी है. जहाजों की ऊपर ही ऊपर कोई गेम चलनी है. तो ये बस कुछ सेकेंड का मासला है. बस सेकेंड का मसला है और वो मौका आता सालों बाद है. कमर चीमा ने कहा कि पिछली बार तो पाकिस्तान ने इंडिया का जहाज गिरा लिया था, लेकिन अब पाकिस्तान वो अफोर्ड नहीं कर सकता है कि अगली दफा कोई ऐसी चीज हो क्योंकि हमें पता है कि हमारी अवाम नहीं छोड़ती है. वो कहते हैं कि फौज पर हम इतना पैसा लगा रहे हैं तो हमें डिलीवर करके दो. तो जाहिर सी बात है कि सेना पर पैसा खर्चा करके इंडिया पाकिस्तान को इनसिक्योर तो करता है.
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