सीकर/खाटूश्यामजी: विश्व प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर में 12 दिवसीय फाल्गुनी लक्खी मेले की भव्य शुरुआत शुक्रवार शाम को हुई। हालांकि, पहले दिन श्रद्धालुओं की संख्या अपेक्षाकृत कम रही, क्योंकि इस दिन विशेष पूजा और तिलक के कारण मंदिर के पट आम दर्शनार्थ बंद थे।शाम को जैसे ही मंदिर के पट खुले, पूरा परिसर भक्तिमय हो उठा। श्रद्धालुओं ने फूल बरसाकर बाबा श्याम का स्वागत किया और जयकारों से मंदिर गूंज उठा। मेले के दौरान भक्त लगातार दर्शन कर सकेंगे, और केवल श्रृंगार एवं भोग के समय कुछ मिनटों के लिए पट बंद किए जाएंगे। शनिवार को मेले के दूसरे दिन खाटू श्याम मेले में पहुंचने वाले श्रद्धाुलओं की भीड़ बढ़ती जा रही है।

खाटू श्याम मेले में 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना

मेले में इस बार देश-विदेश से 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। 10 मार्च को बाबा श्याम की भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी, जिसके स्वागत के लिए रींगस से खाटू तक कारपेट बिछाया गया है। मंदिर को “शीश के दानी” की थीम पर सजाया गया है, जिसमें श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को गीता उपदेश देने की झांकी प्रमुख आकर्षण है।

खाटू श्यामजी मेले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

मेले की सुरक्षा के लिए रींगस से खाटू तक नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है। 52 बीघा भूमि पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। मेला क्षेत्र की निगरानी 6 ड्रोन और 400 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से की जा रही है। संपूर्ण मेला क्षेत्र को 9 सेक्टरों में और सुरक्षा के लिहाज से पुलिस ने 22 सेक्टरों में विभाजित किया है।

खाटू पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध

भक्तों को व्यवस्थित रूप से दर्शन कराने के लिए जिगजैग लाइन की व्यवस्था की गई है। पिछली बार बनाए गए 7 ब्लॉकों की तुलना में इस बार 9 ब्लॉक तैयार किए गए हैं। वीआईपी दर्शन की व्यवस्था मेला अवधि में बंद रहेगी, केवल सरकारी प्रोटोकॉल वाले अतिथियों को इसकी अनुमति होगी।

दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए अलग लाइन बनाई गई है, जहां से उन्हें व्हीलचेयर द्वारा मंदिर तक ले जाया जाएगा। पहली बार, मंदिर में मेटल डिटेक्टर से सुरक्षा जांच के साथ-साथ श्रद्धालुओं की संख्या दर्ज करने की व्यवस्था भी की गई है, जिससे प्रशासन को भक्तों की सटीक संख्या की जानकारी मिलेगी।

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