क्या कुछ बोले-कुणाल कामरा?
कुणाल कामरा ने कहा था कि जज के ऑर्डर में लिखा है, जो इन्होंने महाराष्ट्र के इलेक्शन में किया है। उसके बारे में तो बोलना पड़ेगा। कामरा ने इसके बाद अपने शो में कहा कि शिवसेना बीजेपी से बाहर आ गई फिर शिवसेना शिवसेना से बाहर आ गई। एनसीपी-एनसीपी से बाहर आ गई। एक वोटर को नौ बटन दे दिए। सब कंफ्यूज हो गए। चालू एक जन (व्यक्ति) ने किया था। मुंबई में एक बहुत बढ़िया डिस्ट्रिक्ट है ठाणे, वहां से आते हैं। फिर इसके बाद कुणाल कामरा एक म्यूजिक की धुन पर गीत सुनाते हैं।
पैरोडी गीत में क्या कहा?
महाराष्ट्र की राजनीति पर कमेंट के बाद कुणाल कामरा अपने शो में एक गीत सुनाते हैं इनमें वह कहते हैं कि ठाणे की रिक्शा…ठाणे की रिक्शा, चेहरे पे दाढ़ी, आंखों में चश्मा हाय… ठाणे की रिक्शा, चेहरे पे दाढ़ी, आंखों में चश्मा हाय… एक झलक दिखलाए कभी गुवाहाटी में छिप जाए… मेरी नजर से तुम देखो गद्दार नजर वो आए। ठाणे की रिक्शा, चेहरे पे दाढ़ी, आंखों में चश्मा हाय। मंत्री नहीं वो दलबदलू है और कहा क्या जाए… जिस थाली में खाए उसमें ही छेद कर जाए… मंत्रालय से ज्यादा फडणवीस की गोदी में मिल जाए… तीर कमान मिला है इसको बाप मेरा ये चाहे…ठाणे की रिक्शा…ठाणे की रिक्शा, चेहरे पे दाढ़ी, आंखों में चश्मा हाय…। इस पैरोडी गीत पर शिवसेना की भौंहे तन गई हैं। राजनीति में आने से पहले तक एकनाथ शिंदे ठाणे में ऑटो रिक्श चलाते थे।