खाने में दी नशे की गोली
पुलिस ने बताया कि मरने वाले का नाम लोकनाथ सिंह था। वह 37 साल का था और रामनगर जिले के मगादी तालुक के कन्नूर गेट में रहता था। शुरुआती जांच में पता चला है कि लोकनाथ को मारने से पहले उसे नशीली दवा दी गई थी। लोकनाथ पर पहले से ही धोखाधड़ी के मामले दर्ज थे।
यशस्विनी के परिवार पर बनाया शादी का दबाव!
यशस्विनी और लोकनाथ की शादी चार महीने पहले हुई थी। यशस्विनी के माता-पिता इस शादी के खिलाफ थे। खबर है कि लोकनाथ ने सितंबर 2023 से ही यशस्विनी के परिवार को धमकाना शुरू कर दिया था। वह उन पर शादी के लिए दबाव डाल रहा था। शादी के बाद, उसने यशस्विनी को परेशान करना शुरू कर दिया।
यशस्विनी ने लोकनाथ पर लगाए आरोप
यशस्विनी ने आरोप लगाया कि जब भी वह उसकी शारीरिक मांगों को पूरा करने से मना करती, तो वह उसे टॉर्चर करता था। यशस्विनी पहले से ही बहुत परेशान थी लेकिन जब लोकनाथ ने उससे कहा कि वह अपनी मां को उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए मनाए, तो वह बर्दाश्त नहीं कर पाई। इसके बाद, वह उसे छोड़कर अपने माता-पिता के घर वापस चली गई। लेकिन लोकनाथ यशस्विनी के घर वापस गया और उसके परिवार को धमकी दी। उसने कहा कि अगर वह उसके साथ रहने के लिए वापस नहीं आई तो वह उनके साथ बुरा करेगा।
सही मौके की तलाश
पुलिस ने बताया, ‘तभी मां-बेटी ने मिलकर इस अत्याचार को खत्म करने का फैसला किया। उन्हें लगा कि लोकनाथ से छुटकारा पाने का यही एकमात्र तरीका है। वे उसकी बुरी आदतों को जानती थीं। इसलिए उन्होंने मर्डर का प्लान बनाया और सही मौके का इंतजार करने लगीं।’
इस तरह हत्या को दिया अंजाम
शनिवार की सुबह, लोकनाथ ने यशस्विनी को फोन किया और कहा कि वह उससे मिलने आ रहा है। लोकनाथ सुबह करीब 10 बजे अपनी एसयूवी में घर से निकला। उसने अपनी बहन को बताया कि वह शहर जा रहा है। दोनों महिलाओं ने खाना बनाया और उसमें नींद की गोलियां मिला दीं। लोकनाथ यशस्विनी के साथ पार्टी करना चाहता था, इसलिए वह बीयर की कुछ बोतलें भी पैक करके लाया था। यशस्विनी को लेने के बाद, लोकनाथ उसे लेकर बीजीएस लेआउट में एक सुनसान जगह पर गया। उन्होंने कार के अंदर बीयर पी। जब लोकनाथ नशे में हो गया, तो यशस्विनी ने उसे नींद की गोली मिला हुआ खाना खिला दिया।
लोकनाथ के बोहेशी की हालत में होते ही यशस्विनी ने अपनी मां को अपनी लोकेशन भी भेज दी। हेमा चाकू लेकर आई और उसने उसकी गर्दन पर दो बार वार किया। लोकनाथ घबरा गया और भागने की कोशिश की। वह 150 मीटर तक दौड़ा और एक खड़ी ऑटो रिक्शा में छिपने की कोशिश की। राहगीरों ने उसकी चीखें सुनीं और मौके पर पहुंचे। उन्होंने उसे मरा हुआ पाया और पुलिस को खबर दी। दोनों का प्लान था कि वे उसे कार में मरा छोड़कर चली जाएंगी और दुश्मनी में हत्या का मामला बताकर वे बच निकलेंगी।