आरोपी को नूर मंजिल भेज दिया
पड़ोसियों ने इस मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को दी थी। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने राम सागर को समझाने की कोशिश की, लेकिन वो पुलिस पर भी भड़क गया था। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस उसे समझा पाई और उसे कमरे से बाहर निकाला। पुलिस ने पड़ोस की छत से उसके घर की छत पर जाकर उसे दबोच लिया था। इसके बाद पत्नी और बच्चों को भी बंधक से छुड़ाया था।
पुलिस ने राम सागर यादव का चालान काट दिया है। फिलहाल उसके घर पर ताला लटका है, परिवार वाले उसकी जमानत के लिए दौड़ लगा रहे हैं। पड़ोसियों के मुताबिक पुलिस ने राम सागर यादव को नूर मंजिल भेज दिया है।
दोस्त की आत्मा आने की बात कही
पड़ोसी शिव कुमार कश्यप ने बताया कि बुधवार को राम सागर यादव ने अपने बीवी, बच्चों को बंधक बना लिया था, उस दिन वो अजीब सा व्यावहार कर रहा था। ऐसा पहले कभी उसने नहीं किया था। उसके उस व्यवहार से हम लोग भी परेशान है कि कोई कैसे ऐसी हरकत कर सकता है। उन्होंने बताया कि राम सागर कह रहा था कि उसके ऊपर इमरान की आत्मा आ गई है।
पड़ोसी ने बताया कि इमरान राम सागर का अच्छा दोस्त था, जिसने दो-तीन साल पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पड़ोसी के मुताबिक राम सागर ने अपने दामाद को भी मारने की कोशिश की थी। उन्होंने बताया कि राम सागर सचिवालय में लाइनमैन का काम करता है। वो करीब 22 सालों से उस मकान में रह रहा है, उसके एक बेटे की कई साल पहले मौत भी हो चुकी है।