बैठक के बाद क्या बोले अजित
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि उन्होंने हाल ही में राज्य के बजट में कृषि में एआई के लिए 500 करोड़ रुपये का आवंटन प्रस्तावित किया है। वे इस बारे में सभी समिति सदस्यों की राय जानना चाहते हैं। अजित पवार ने कहा कि पाटिल वीएसआई में उनसे इस मुद्दे पर मिले, क्योंकि वे वहां मौजूद थे। वे वीएसआई में गवर्निंग काउंसिल की बैठक में भाग लेने गए थे। बता दें कि शरद पवार संस्थान के न्यासी बोर्ड में हैं।
शरद ने कमरे के अंदर झांका
अजित पवार सुबह करीब 9 बजे संस्थान पहुंचे और लोगों से मिलना शुरू किया। कुछ समय बाद पाटिल आए और अजित पवार के कमरे में चले गए। जब दोनों के बीच बंद कमरे में चर्चा हो रही थी, तो शरद पवार और दिलीप वल्से पाटिल उसी जगह से गुजर रहे थे। दोनों एक पल के लिए रुके और कमरे के अंदर झांका। एक नजर डालने के बाद, दोनों आगे बढ़ गए।
संजय राउत ने उठाए सवाल
एनसपी(SP) के सूत्रों ने कहा कि पाटिल की अजित पवार के साथ मुलाकात कृषि मुद्दों से संबंधित थी। उनके पार्टी छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है। एक सूत्र ने कहा कि अजित पवार ने भी स्पष्ट किया कि पाटिल उनसे कृषि मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मिले थे और कुछ नहीं। अजित पवार-जयंत पाटिल की मुलाकात ने एमवीए और महायुति के नेताओं की प्रतिक्रियाओं को हवा दी। शिवसेना (UBT) के सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने बंद कमरे में हुई मुलाकात की आलोचना की। राउत ने कहा कि जब हम (अविभाजित शिवसेना) अलग हो गए, तो हमने कभी भी दूसरे गुट के विधायकों से मुलाकात नहीं की या बंद कमरे में बैठकें नहीं कीं।