महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर जहां प्रयागराज महाकुंभ में अंतिम स्नान का आयोजन हो रहा है. वहीं काशी में भी इस अवसर पर भव्य आयोजन किए जा रहे हैं. स्थानीय श्रद्धालु न केवल शिव बारात निकालते हैं, बल्कि पंचकोश यात्रा करने की परंपरा का भी पालन करते हैं. इसके अलावा हजारों की संख्या में नागा संन्यासी पेशवाई निकालते हुए बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन करेंगे.
महाशिवरात्रि के दौरान संभावित भीड़ और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए काशी जोन को 6 जोन और 18 सेक्टरों में विभाजित किया गया है. सिविल पुलिस के साथ PAC, पैरामिलिट्री फोर्स, NDRF, SSB और संभावित आतंकी खतरे को देखते हुए ATS की टीमें भी तैनात की गई हैं. काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि भीड़ को ध्यान में रखते हुए बुजुर्ग, बच्चे और अस्वस्थ लोग ऑनलाइन दर्शन का लाभ उठाएं.
ये भी पढ़ें- मुस्लिम शख्स महाकुंभ से वाराणसी पहुंचे श्रद्धालुओं को क्यों बांट रहा है पर्चे? वजह कर देगी हैरान
विशेष पूजा और दर्शन की व्यवस्था
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने बताया कि महाशिवरात्रि की मंगला आरती सुबह 2:15 बजे से शुरू होकर 3:15 बजे समाप्त होगी. इसके बाद आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के द्वार खोल दिए जाएंगे. भोग आरती दोपहर 11:40 से 12:20 तक होगी और रात 9:30 बजे से अगली सुबह 6:15 बजे तक चार पहर की विशेष आरती होगी.
नागा संन्यासियों के दर्शन का समय भी निर्धारित किया गया है. पहला दल सुबह 6:00 से 9:00 बजे के बीच मंदिर पहुंचेगा, जबकि दूसरा दल दोपहर 12:00 से 2:00 बजे के बीच दर्शन करेगा. इन समयों के दौरान गोदौलिया से मंदिर के चार नंबर गेट पर श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित रहेगा. लेकिन अन्य द्वारों से दर्शन जारी रहेगा. नागा संन्यासियों और आम श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए पुष्प वर्षा की विशेष व्यवस्था की गई है.
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि अधिक भीड़ के कारण बुजुर्ग और बच्चे ऑनलाइन लाइव दर्शन का विकल्प चुनें. साथ ही उपवास करने वाले श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे कुछ हल्का फलाहार करके ही मंदिर आएं, ताकि भीड़ के कारण बेहोशी जैसी घटनाएं न हों.
वाराणसी पुलिस की विशेष तैयारियां
काशी जोन के एडीसीपी सरवणन टी ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन काशी में चार बड़े आयोजन हो रहे हैं. पहला नागा संन्यासियों का पेशवाई जुलूस, दूसरा पंचकोश यात्रा, तीसरा स्थानीय स्तर पर निकलने वाली शिव बारात और चौथा विश्वनाथ धाम में विशेष दर्शन और पूजा. इन्हीं आयोजनों को ध्यान में रखते हुए पूरे काशी जोन को 6 जोन और 18 सेक्टरों में विभाजित किया गया है.
इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए 6 कंपनियां PAC और 3 कंपनियां SSB तैनात की गई हैं. एक फ्लड PAC कंपनी और NDRF की टीमें भी घाटों पर तैनात रहेंगी. कुल 1790 पुलिसकर्मियों को अन्य जिलों से बुलाया गया है. पूरे रूट और भीड़भाड़ वाले इलाकों पर ड्रोन सर्विलांस किया जा रहा है. ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके. आतंकवाद की आशंका को ध्यान में रखते हुए ATS की दो टीमें लगातार सुरक्षा जांच में लगी हैं.
घाटों पर विशेष सुरक्षा
वाराणसी के कुल 84 घाटों में से 21 प्रमुख घाटों पर स्नान की व्यवस्था की गई है. इन घाटों पर NDRF, फ्लड PAC और जल पुलिस को तैनात किया गया है, जो छह मोटरबोट की मदद से गंगा नदी में लगातार पेट्रोलिंग कर रही हैं. इसके अलावा ड्रोन कैमरों के जरिए नाव संचालन पर नजर रखी जा रही है.
नागा संन्यासियों के पेशवाई जुलूस की सुरक्षा
नागा संन्यासियों का पेशवाई जुलूस सुबह 6:00 से 9:00 बजे के बीच निकलेगा. इसे सुरक्षित रखने के लिए पूरे मार्ग पर बैरिकेडिंग की गई है और एक कंपनी SSB के जवान भी साथ रहेंगे। ड्रोन कैमरों के जरिए पूरे मार्ग की निगरानी की जाएगी.
45 लाख श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद
महाकुंभ के दौरान प्रतिदिन 20 से 25 लाख श्रद्धालु काशी में आए. महाशिवरात्रि के मौके पर भीड़ बढ़ने की संभावना है. इस वर्ष 40 से 45 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने की उम्मीद है. प्रशासन का लक्ष्य है कि सभी श्रद्धालु सुचारू रूप से दर्शन कर सकें और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो.